Illegal detention of Dalit movement leader Jignesh Mevani by Gujarat Police, murder of democracy - Rihai Manch

लखनऊ 16 सितम्बर 2016। रिहाई मंच ने ऊना दलित अत्याचार लड़त समिति के संयोजक जिग्नेश मेवाणी को दिल्ली से लौटते हुए गुजरात पुलिस द्वारा अवैध हिरासत में लिए जाने को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए तत्काल दलित आंदोलन के नेता की रिहाई की मांग की है।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में रिहाई मंच प्रवक्ता शाहनवाज आलम ने कहा कि दिल्ली में दलित स्वाभिमान संघर्ष रैली में जिग्नेश मेवाणी के 1 अक्टूबर को रेल रोको के ऐलान से घबराई मोदी सरकार ने मेवाणी को गिरफ्तार करवाकर अपनी दलित विरोधी राजनीति को एक बार फिर से उजागर किया। उन्होंने कहा कि आज जब गुजरात के दलित अपने हक-हुकूक और अधिकार के लिए खड़े होकर मोदी के गुजरात माॅडल का पोस्टमार्टम कर रहे है जिसने संघी ताकतों का मंसूबा ध्वस्त कर दिया है।

मंच प्रवक्ता ने कहा कि जिग्नेश की गिरफ्तारी ने साफ किया है कि ‘गाय की पूंछ तुम रखो, हमको हमारी जमीन दो’ के नारे से आक्रोशित दलित चेतना से मोदी सरकार कितनी भयभीत है। यह गिरफ्तारी जहां पूरे देश को आंदोलित करेगी वहीं यह मोदी सरकार की ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।