Modi got into trouble by asking for votes in the name of religion, matter reached court

नई दिल्ली, 15 अप्रैल 2024. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक नई मुसीबत में फंस सकते हैं। दरअसल दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष दायर एक याचिका में हिंदू और सिख देवताओं और पूजा स्थलों के नाम पर भाजपा के लिए वोट मांगने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

याचिका में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री को छह साल के लिए चुनाव से अयोग्य घोषित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग को निर्देश देने की मांग की गई है।

यह याचिका पेशे से वकील आनंद एस जोंधले ने दायर की है।

जोंधले पीएम मोदी के 09 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में दिये गये भाषण से व्यथित हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री ने न केवल हिंदू और सिख देवी-देवताओं और उनके पूजा स्थलों के नाम पर वोट मांगे, बल्कि विपरीत राजनीतिक दलों के खिलाफ मुसलमानों के पक्षधर जैसी टिप्पणियां भी कीं।

याचिका में तर्क दिया गया है कि निष्पक्ष चुनाव के हित में चुनाव आयोग की ओर से प्रधानमंत्री के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करना समीचीन है, क्योंकि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख बहुत तेजी से नजदीक आ रही है।

याचिका में कहा गया है कि प्रतिवादी नंबर 2 (प्रधानमंत्री मोदी) भारत सरकार के विमानों और हेलीकॉप्टरों में यात्रा करते समय पूरे भारत में एक ही तरह का अपमानजनक भाषण देने की फिराक में हैं।

उनका मानना है कि पीएम के भाषणों में मतदाताओं के बीच जाति और धर्म के आधार पर नफरत पैदा करने की क्षमता है।