नई दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले ने आशंका जताई है कि उन पर हमला किया जा सकता है।
श्री वागले ने कहा है कि उन्हें कुछ पत्रकारों ने उन्हें बताया कि गोविंद पानसारे के बाद अगला नंबर उनका हो सकता है। उन्होंने कहा, 'पत्रकार मित्रों ने मुझे बताया कि उन्होंने समीर गायकवाड़ को फोन पर किसी से कहते सुना था कि पानसारे के बाद अगला नंबर निखिल वागले का है।'
नवभारत टाइम्स में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक दक्षिणपंथी चरमपंथी संगठन सनातन संस्था से धमकियां मिलने के बावजूद वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले ने सुरक्षा लेने से मना कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने वागले को सुरक्षा लेने का ऑफर दिया था। गोविंद पनसारे हत्याकांड में सनातन संस्था के एक कार्यकर्ता की गिरफ्तारी के बाद वागले को मिल रहीं धमकियां बढ़ गई थीं, जिसकी वजह से सरकार ने उन्हें सुरक्षा का ऑफर दिया था।
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वागले ने बताया, 'पिछले सप्ताह पुलिस के कुछ अधिकारी मेरे पास आए और बोले कि सरकार ने मुझे खतरों के मद्देनजर सामान्य सुरक्षा देने का विचार किया है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ऐसा सनातन संस्था द्वारा दी जा रही धमकियों की वजह से किया गया।'
सनातन संस्था से मिल रही धमकियों के बारे में वागले ने बताया, 'मुझे सनातन संस्था से धमकियां मिलती रही हैं। चार साल पहले सनातन संस्था के अभय वर्तक एक कार्यक्रम को छोड़कर चले गए थे, क्योंकि मैं उसे होस्ट कर रहा था। पिछले सप्ताह संस्था के एक प्रकाशन सनातन प्रभात के एक लेख में मुझे चेतावनी दी गई।'
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वागले ने ट्वीट कर सनातन संस्था और भाजपा के रिश्तों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट किया – जब कोई व्यक्ति सनातन संस्था की आलोचना करता है, तो आरएसएस/ भाजपा के प्रवक्ताबेचैन क्यों हो जाते हैं। उन्होंने ट्वीट किया – महाराष्ट्र सरकार ने 2011 में सनातन संस्था पर प्रतिबंधा लगाने का प्रस्ताव 2011 में भेजा। तत्कालीन गृह सचिव आर.के.सिंह फाइल पर कुंडली मारकर बैठ गए। 2014 में वे भाजपा के सांसद बन गए। आप इसे क्या कहेंगे।
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वागले ने ट्वीट किया – यदि सनातन संस्था आध्यात्मिक संस्था है, तो वे सैन्य/ शस्त्र प्रशिक्षण क्यों देते हैं? लोगों को धमकियां और गालियां क्यों देते हैं? क्या येकृत्य आध्यात्मिकता का अंग हैं?

“@ibnlive: Sri Ram Sene issues fresh threat to 3 more Karnataka writers, security tightened for writers pic.twitter.com/Y9brVPoA2L”
— nikhil wagle (@waglenikhil) September 20, 2015

When somebody criticizes Sanatan Sanstha why do RSS/BJP spokespersons get restless?

— nikhil wagle (@waglenikhil) September 21, 2015

Maha govt sent proposal of ban on Sanatan in 2011.Home Secretary R K Singh sat on d file. In 2014 he became BJP MP.What do u make of it?

— nikhil wagle (@waglenikhil) September 21, 2015

If Sanatan is a spiritual organization why do they give military/ arms training, threaten n abuse people? Is it a part of spirituality ?
— nikhil wagle (@waglenikhil) September 21, 2015

People ask me if I am worried. Why should I be worried? Govt n police should be worried about growing influence of these terror outfits.
— nikhil wagle (@waglenikhil) September 21, 2015

“@IndianExpress: Sena backs Sanatan Sanstha, calls murdered rationalist ‘dharma virodhi’ http://t.co/hj5OeT7M0m pic.twitter.com/puWAScw19z”
— nikhil wagle (@waglenikhil) September 22, 2015

“@NewsX: #StandUpIndia: Attacks on free thinkers escalate. Kannada rationalist KS #Bhagwan threatened, latest on hate list.”
— nikhil wagle (@waglenikhil) September 22, 2015