ओस्लो 24 जुलाई। भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में आयोजित लेखक गोष्ठी में नार्वे के लोकप्रिय गायक, कथाकार और मनोरंजन करने वाले महान कलाकार अल्फ प्रोइसेन की जन्मशती मनाई गयी।
इस अवसर पर उनकी रचनाओं का पाठ किया गया। हमारे राजदूत आर के त्यागी जी ने शुभकामनाएं दीं और स्थिक इन्नोम सेंटर की संचालक थ्रूदे मेत्ते ने शुभकामनायें दीं और कहा कि जैसे आज हम भारतीय-नार्वेजीय लेखक सुरेशचन्द्र शुक्ल को सेंटर में अक्सर कार्यक्रम में कवितायें पढ़ते देखते हैं वैसे ही अल्फ प्रोइसेन भी वाइतवेत सेंटर पर आ चुके हैं।
हिन्दी स्कूल की प्रधानाचार्य संगीता शुक्ल सिमोनसेन ने अल्फ प्रोइसेन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रोइसेन का नार्वेजीय आधुनिक लोक और बाल साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान है। अल्फ प्रोइसेन का जन्म 23 जुलाई 1914 को और मृत्यु 30 नवम्बर 1970 को हुई थी।
ग्रुरुदडालेन समाचार पत्र की पत्रकार ने कहा कि प्रोइसेन का स्थानीय संस्कृति का बहुत प्रभाव था और सुरेशचन्द्र शुक्ल का भी जन्मदिन चालीस साल बाद जन्मशती के रूप में मनाएंगे। शरद आलोक, मीना जी ने अपनी रचनाएं सुनायीं।
माया भारती ने आगंतुकों को धन्यवाद दिया।
31 जुलाई को ओस्लो में उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जयन्ती मनाई जाएगी।