पंजाब विवि में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन संपन्न
पंजाब विवि में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन संपन्न
जयश्री राठौड़
पंजाब विवि में साहित्य संगम अौर युवा लेखक कल मंच के सौजन्य से राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से एक दर्जन से ज्यादा कवियों ने शिरकत की। सम्मेलन विवि के गोल्डन जुबली हाल में हुआ। कवि सम्मेलन की अध््यक्षता लखनऊ के कवि नरेश सक्सेना ने की, मुख्य अतिथि हरियाणा के सूचना अौर जनसंपर्क विभाग के निदेशक शिवरमन गौड़ थे। मंच संचालन कमलेश भारतीय ने किया। नरेश सक्सेना ने पुल पार करने से पुल पार होता है, नदी पार नहीं होती कविता पेश की। फूलचंद मानव ने कहा -किसी एक खुदा का नाम लो चाहे तुम अपना ही..। नवीन नीर ने एक जवान सिरफिरा आदमी जब कविता की दुनिया में बूढ़ा हो जाता है-। फरीदाबाद की मीनाक्षी ने जब भी देखा है नन्ही चिडि़यों को.. सुना वाह वाही लूटी। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ अौर दिल्ली से आए कवियों ने सृजनात्मकता अौर रचनाधर्मिता की मिसाल पेश की। इनके अलावा शिवरमन गौड़, विष्णु सक्सेना, सत्यपाल सहगल, अरुण आदित्य, कुमार अनुपम, विकास, कविराज, सुरेश हंस, महक भारती, सुभाष रस्तोगी ने भी कविताएं पढ़ीं। युवा लेखक कला मंच के अध्यक्ष नवीन नीर के मुताबिक यह सम्मेलन उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला अौर पंजाब विवि के सहयोग से आयोजित किया गया। साहित्य संगम के अध्यक्ष ने कहा कि भविष्य में भी इसी तरह के आयोजन कराए जाएंगे। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी का आभार जताया।


