लखनऊ, 9 अक्टूबर 2019. उत्तर प्रदेश के झांसी में पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले (Pushpendra Yadav encounter case in Jhansi, Uttar Pradesh) में सियासत तेज हो गई है। पहले प्रगतिशील सामजवादी पार्टी (लोहिया) के नेता झांसी पहुंचे तो अब आज बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ट्विटर से निकलकर सड़क पर आकर झांसी गए हैं।

इससे पहले सपा के ट्विटर हैंडल और झांसी पुलिस प्रशासन के बीच वार-पलटवार शुरू हो गया है। झांसी पुलिस ने सोमवार को ट्वीटर पर लिखा है,

"कृपया ध्यान दें - पुष्पेंद्र प्रकरण में भ्रामक खबर, अफवाह न फैलाएं। अन्यथा अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जाएगी। झांसी के डीएम के आदेशानुसार मजिस्ट्रीरियल जांच के आदेश दिए गए हैं। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) जनपद झांसी द्वारा मजिस्ट्रीरियल जांच की जा रही है।"

सपा ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया,

"पुष्पेंद्र यादव की निर्मम हत्या के आरोपों में घिरी 'हत्या प्रदेश' की पुलिस अब ट्विटर पर भी दमनकारी रूप दिखा रही है। मृतक और उसके शोकाकुल परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए उठ रही आवाजों को कहां तक दबाएगी सरकार? शर्मनाक।"

इससे पहले मंगलवार को प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव और वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले तेज बहादुर सिंह यादव ने विरोध दर्ज कराया था। चूंकि मामला एक यादव युवक के कथित एनकाउंटर का था और सपा प्रमुख के चाचा की पार्टी पहले झांसी जा पहुंची तो ट्विटर और फेसबुक पर रहने वाले अखिलेश यादव का भी झांसा जाना जरूरी हो गया।

Pushpendra Yadav encounter: SP and Jhansi police clash on Twitter