पोलैंड के कैटोवाइस में आज से विश्व जलवायु सम्मेलन COP24
पोलैंड के कैटोवाइस में आज से विश्व जलवायु सम्मेलन COP24
पोलैंड के कैटोवाइस में आज से विश्व जलवायु सम्मेलन COP24
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण का कहना है कि ग्लोबल उत्सर्जन फिर से बढ़ रहा है। ग्लोबल वार्मिंग को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना अभी भी संभव है, लेकिन 1.5 डिग्री सेल्सियस अंतर को रखने की तकनीकी व्यवहार्यता घट रही है।
यदि उत्सर्जन में अंतर 2030 तक बंद नहीं होता है, तो यह बेहद असंभव है कि 2 डिग्री सेल्सियस तापमान लक्ष्य तक अभी भी पहुंचा जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण का कहना है कि वैश्विक उत्सर्जन बढ़ रहा है क्योंकि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए राष्ट्रीय प्रतिबद्धता कम हो गई है। लेकिन निजी क्षेत्र में गति बढ़ रही है और उत्सर्जन अंतर को कम करने के लिए नवाचार और हरे-वित्तपोषण प्रस्ताव मार्गों (green-financing offer pathways) से अप्रत्याशित क्षमता है।
जलवायु क्रिया की व्यापक समीक्षा और वैश्विक उत्सर्जन के नवीनतम माप के साथ इन निष्कर्षों को एक लॉन्च इवेंट के दौरान 2018 उत्सर्जन गैप रिपोर्ट के लेखकों द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण (UN Environment ) की प्रमुख रिपोर्ट वार्षिक रूप से तथाकथित 'उत्सर्जन अंतर' का एक निश्चित मूल्यांकन प्रस्तुत करती है।
2030 में अनुमानित उत्सर्जन स्तर के बीच का अंतर तुलना में 2 डिग्री / 1.5 डिग्री सेल्सियस लक्ष्य के अनुरूप है।
29 नवंबर 2018 से 01 दिसंबर 2018 तक पोलैंड के केटोवाइस में संपन्न युवाओं के वैश्विक 14वें सम्मेलन में यूएम जनरल असेम्बली की अध्यक्ष मारिया फर्नांडा ने कहा कि
विज्ञान हमें बता रहा है कि हम प्रजातियों के रूप में गायब होने की कगार पर हैं, कुछ अभी भी गायब हैं और अब यह कार्रवाई का समय है!
What is COP24
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (United Nations Framework Convention on Climate Change) के 24 वें सम्मेलन के लिए कॉप 24 (COP24) अनौपचारिक नाम है।
पोलैंड तीसरी बार जलवायु सम्मेलन की प्रेसीडेंसी आयोजित करेगा।
सीओपी 24 कैटोवाइस, पोलैंड में 2-14 दिसंबर 2018 के मध्य होगा।
Global emissions are on the rise again & climate pledges made to date aren't enough to close the #EmissionsGap, says @UNEnvironment > https://t.co/t9yHplcopb At #COP24, nations are set to finalize the implementation guidelines of the #ParisAgreement, crucial to reach the targets pic.twitter.com/7zESEkBMlp
— UN Climate Change (@UNFCCC) December 1, 2018
What else could I tell about the 1.5°C @IPCC_CH report or @UNEnvironment #EmissionGap report? The science is telling us that we are on the verge of disappearing as species but something is still missing and it is action now!@UN_PGA to youth at @COY14Katowice #COP24 pic.twitter.com/vtrWrhZmh1
— UN Climate Change (@UNFCCC) December 1, 2018
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