प्रधानजी, RSS ने जनरल करियप्पा की हत्या के लिए एक सिख अधिकारी को उकसाया डेट लिख सकते हैं, 12 जून 1950
प्रधानजी, RSS ने जनरल करियप्पा की हत्या के लिए एक सिख अधिकारी को उकसाया डेट लिख सकते हैं, 12 जून 1950
भारत की महान सेना का प्रत्येक वर्दीधारी सलाम का अधिकारी है ( यदि मानसिक रूप से स्वस्थ हो) बेशक़ वो पानी वाली दाल की शिकायत करने पर मोदी सरकार द्वारा सस्पेंड किया जाने वाला तेज बहादुर हो या जान देने वाला अब्दुल हमीद, किंतु फील्ड मार्शल करियप्पा तथा फील्ड मार्शल मानेक शॉ का अलग मुकाम है और रहेगा।।
आज संघ के चुनाव प्रचार प्रधानजी ने आदतन कुछ झूठ फिर बोल दिए इसलिए जानकारी जरूरी थी।
* प्रधानजी कहते हैं कि 1948 में रक्षा मंत्री मेंनन तथा सेनाध्यक्ष जनरल थमैय्या थे, श्रीमान जी वो 1957 में थे, जीत बहादुर के माल या आईटी सेल पर भरोसा छोड़ दें।
* 2017 में CIA ने पुरानी गोपनीय फाइल्स खोली जिसमे Rift in the officers Corp of the Indian Army के नाम से विवरण है कि-
*RSS ने जनरल करियप्पा की हत्या के लिए एक सिख अधिकारी को उकसाया डेट लिख सकते है, 12 जून 1950।
* इस समय जनरल साहब दक्षिण में कुर्ग में थे और संघ की सोच थी कि उत्तर दक्षिण का विवाद भड़का दिया जाए।
* इस सन्दर्भ में 6 व्यक्तियों को फांसी दी गई थी जिनके नाम सार्वजनिक नही किये गए।
अधिक जानकारी और CIA की फ़ाइल की सत्यता की पुष्टि या तो My friend Obama दे सकते है या चाचा ट्रम्प लेकिन इस सत्य का आजतक किसी ने खण्डन भी नहीं किया।।
वरिष्ठ पत्रकार DrParmod Pahwa, विदेश मामलों के जानकार हैं।
(DrParmod Pahwa की एफबी टिप्पणी)


