अम्बेडकर भवन गिराने के विरूद्ध राज्यव्यापी प्रदर्शन एक जुलाई को !
नई दिल्ली। मुम्बई में अम्बेडकर भवन गिराने के विरूद्ध राजस्थान में एक जुलाई को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा !
यह जानकारी देते हुए अंबेडकरवादी कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी ने कहा कि फड़नवीस सरकार के दलालों की अब खैर नहीं !
भंवर मेघवंशी ने एक अपील जारी की है, जो निम्नवत् है। -
जैसे जैसे अम्बेडकर भवन को ध्वस्त करने का मामला तूल पकड़ रहा है, कुछ लोग जो इस साजिॆश में शामिल हैं, वो यह तर्क दे रहे हैं कि यहाँ नया भव्य अम्बेडकर भवन बनाया जाना प्रस्तावित है, जिसका भूमि पूजन 14 अप्रेल 2016 को किया गया था। अब यहां पर बाबा साहेब की फिलोसफी के मुताबिक विशाल बहुमंजिली इमारत बनाई जायेगी।

अच्छा तो यह बात है ? पर इतना नेक काम चोरों की तरह अंधेरे में करने की क्या जरूरत थी?
एक ऐतिहासिक विरासत को मिटा कर 17 मंजिला इमारत बनाने वालों को देश के सामने अपनी योजना रखनी चाहिये थीऔर बाबा साहेब के परिवार को भी विश्वास में लेना चाहिये था। पर नहीं, वे तो बाबा साहब की स्मृतियों को मिटाकर वहाँ पर विशाल शॉपिंग मॉल खड़ा करना चाहते हैं?
हम पूछना चाहते हैं कि लाल किले और ताजमहल और आरएसएस के नागपुर मुख्यालय को ध्वस्त कर वहाँ पर क्यों नहीं बनाते कई मंजिला इमारतें ?

सॉरी सर, यह देश अब आपकी सारी चालबाजी और साजिश को पहचान रहा है। अब फड़नवीस सरकार के दलालों की खैर नहीं।
जैसा कि आपको मालूम ही है कि सेन्ट्रल मुम्बई में चित्रा सिनेमा, दादर ईस्ट में स्थित ऐतिहासिक अम्बेडकर भवन को रात के अंधेरे में ध्वस्त कर दिया गया है।
साथियों, यह वह ऐतिहासिक स्थल है जहां पर बाबा साहेब ने बुद्ध भूषण प्रेस स्थापित कर बहिष्कृत भारत और मूकनायक अखबार निकाले, अपनी कई किताबें भी छापीं। यहीं पर बाबा साहेब ने भारतीय बौद्ध महासभा की स्थापना की थी। बरसों तक यह जगह बाबा साहेब के महानतम कार्यों की साक्षी रही है। देश भर से अम्बेडकर मिशन के साथी यहां आकर प्रेरणा लेते रहे हैं। बाबा साहेब को चाहने वाले लोगों की इस अम्बेडकर भवन से भावनाएं जुड़ी रही हैं। ऐसे महत्वपूर्ण विरासत को ध्वस्त कर दिया जाना अत्यंत दुखद है।

इस विध्वंस में बाबा साहेब के हस्तलिखित कई दस्तावेज और बहुमूल्य वस्तुएं भी नष्ट कर दी गई हैं।
अफवाहें फैलाई जा रही है कि बाबा साहेब अम्बेडकर का परिवार इस विध्वंस से सहमत है। यह सरासर झूठ है। बाबा साहेब के पौत्र प्रकाश अम्बेडकर की ओर से इंडियन इम्पू्व्रमेंट ट्रस्ट के ट्रस्टी रत्नाकर गायकवाड़ और मधुकर काम्बले के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
बाबा साहेब के प्रपौत्र सुजात अम्बेडकर का कहना है कि हम इस विध्वंस के खिलाफ आन्दोलन करने जा रहे हैं।
मित्रों, हम भी बाबा साहेब की इस ऐतिहासिक कर्मस्थली के ध्वंस के खिलाफ राजस्थान में 1 जुलाई 2016 को ग्राम, ब्लॉक या जिला स्तर पर सुबह दस से शाम छह बजे के दौरान राज्यव्यापी धरना, प्रदर्शन और ग्यापन दे कर अपना जोरदार विरोध दर्ज करावें. आप अपने अपने इलाके में अपने अपने संगठन /संस्था की ओर से ज्ञापन जरूर दें।