Ways to avoid complications of diabetes, try yourself

क्या आप भी मधुमेह से परेशान हैं, तो सावधान रहें। मधुमेह की जटिलताओं से बचकर रहें। मधुमेह को यदि कंट्रोल न किया जाए तो लेने के देने पड़ सकते हैं।

मधुमेह के आसान शिकार होने वाले शरार के अवयव हैं

1. आंखें

2. हृदय

3. गुर्दे

4. रक्त वाहिनियाँ

और

5. पैर

जहाँ तक हो संभव हो अपना रक्त ग्लूकोज स्तर नियंत्रित रखें। ब्लड शुगर का उच्च स्तर आपके स्वास्थ्य को कई तरीके से नुकसान पहुंचाता है।

मधुमेह यदि लंबे समय तक बना रहे तो कई तरह की जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। उनमें प्रमुख हैं

(अ) माइक्रोवास्कुलर बीमारी, जो आंखों और गुर्दों पर प्रभाव डालती हैं।

(ब) तंत्रिका क्षति (न्यूरोपैथी), जो अक्सर पैरों पर प्रभाव डालती है। यह विभिन्न अंगों के स्वतःचालन प्रणालियों को भी प्रभावित कर सकती है।

(स) मैक्रोवास्कुलर बीमारी शरीर की बड़ी रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करती है। इससे दिल की बीमारी, स्ट्रोक और पैरों की धमनियों में अवरोध होता है।

रक्तचाप नियंत्रित रखें

अपना अधिकतम रक्तचाप 140/90 mm Hg के अंदर ही रखें।

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कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखें

खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) का स्तर 100 mg/dL के नीचे रखें।

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पैरों की देखभाल

लगातार अपने पैरों की देखभाल करें। सावधानी में ही बचाव है। नंगे पैर न चलें। जूते या चप्पल सॉफ्ट व आरामदायक पहनें। मोजे रोज़ बदलें और मोजे उतारते समय चेक करें कहीं धब्बे तो नहीं हैं।

क्या आपको भी आता है अधिक बदबूदार मूत्र ? हो जाएं सावधान

नित्य व्यायाम करें

व्यायाम मधुमेह रोगियों के लिए अति आवश्यक हैं।

नियमित तौर पर अपने डॉक्टर को दिखाएं।

प्रत्येक तीन से छह माह के अंतराल पर डॉक्टर को दिखाएं। ब्लड प्रेशर, वजन और पैरों की जांच कराएं।

प्रत्येक 6 माह पर डेंटिस्ट को दिखाएं।

प्रत्येक वर्ष आंखों की जांच कराएं।

प्रत्येक वर्ष संक्रमण की जांच कराएं।

मूत्र और रक्त की जांच हर छह माह में कराएं।

और सबसे अहम बात - खुद डॉक्टर बनने का कतई प्रयास न करें। कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर की अुनमति लें।

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(नोट – यह समाचार चिकित्सकीय परामर्श नहीं है, यह आम जनता में जागरुकता के उद्देश्य से किए गए अध्ययन का सार है। आप इसके आधार पर कोई निर्णय नहीं ले सकते, चिकित्सक से परामर्श करें। हमारे नोटिफेकेशन पाने के लिए सब्सक्राइब करें।)

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