रायपुर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज बिजली दरों में 14% से ज्यादा की औसत वृद्धि की तीखी निंदा करते हुए कहा है कि पहले से ही परेशान जनता इस बढ़ोतरी को स्वीकार नहीं करेगी।
आज यहां जारी एक बयान में माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा कि बिजली कम्पनियां घपले-घोटाले कर रही हैं, ट्रांसमिशन लॉस के नाम पर पूंजीपतियों को बिजली चोरी में मदद कर रही हैं, सरकारी विभागों व औद्योगिक घरानों ने सैकड़ों करोड़ रूपयों का बिजली बिल नहीं चुकाया है और फिर घाटे की भरपाई के नाम पर आम जनता पर बोझ डाला जाए, इसे माकपा स्वीकार नहीं करेगी और आम जनता को इसके खिलाफ लामबंद करेगी।
माकपा नेता ने कहा कि आम जनता, खासकर निम्न और मध्यम वर्ग के लिए बढ़ोतरी इस घोषित औसत से दुगुनी पड़ रही है, क्योंकि कथित घाटे का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा उन्हीं से वसूला जा रहा है, जबकि यह वर्ग कुल बिक्रित बिजली का आधे से भी कम उपभोग करता है। स्पष्ट है कि क्रॉस सब्सिडी की अवधारणा को उलटकर अब सब्सिडी अमीर वर्गों को उपलब्ध करवाई जा रही है।