माकपा सम्मेलन ने दिया आम जनता से ‘अपनापन’ जोड़ने का मंत्र
रायपुर, 13 जनवरी। पार्टी संगठन को मजबूत बनाने तथा जन-आंदोलन का विस्तार करने के लिए आम जनता से ‘अपनापन’ जोड़ने के आह्वान के साथ माकपा का राज्य स्तरीय सांगठनिक सम्मेलन (प्लेनम) आज यहां संपन्न हुआ.
सम्मेलन में पूरे प्रदेश से चुने गए 75 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने पार्टी की कार्यप्रणाली में व्याप्त कमजोरियों, इसे दूर करने के उपायों के साथ प्रदेश की राजनीति में हर स्तर पर सक्रिय हस्तक्षेप करते हुए आम जनता को एक वामपंथी विकल्प प्रदान करने के मुद्दों पर खुलकर चर्चा की और इस संबंध में एक सांगठनिक प्रस्ताव स्वीकार किया. यह प्रस्ताव आने वाले दिनों में पार्टी संगठन को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए मार्गदर्शन का काम करेगा.
माकपा के इस सम्मेलन का उद्घाटन पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने किया. उन्होंने भाजपा की मोदी-रमन सरकार पर खुलकर प्रहार किया. सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधियों के विचारों को ध्यान से सुना और रवानगी से पहले सम्मेलन को संबोधित भी किया. उन्होंने आशा व्यक्त की कि छत्तीसगढ़ में माकपा दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, गरीब किसानों और शोषित-वंचितों के मुद्दों को पुरजोर ढंग से उठाएगी और जनसंघर्षों को छेड़ेगी, तभी पार्टी का आम जनता से जुड़ाव मजबूत होगा. इसके लिए पार्टी की विभिन्न स्तर कमेटियों की कार्यप्रणाली में कसावट लाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इसी प्रक्रिया से गुजरकर पार्टी की ताकत बढ़ेगी और वह वामपंथी-जनवादी ताकतों को लामबंद करने के अपने उद्देश्य में सफल होगी.
माकपा राज्य सचिव संजय पराते द्वारा पेश सांगठनिक प्रस्ताव पर 35 प्रतिनिधियों ने बहस की और सर्वसम्मति से स्वीकार किया.
सम्मेलन के समापन सत्र को केन्द्रीय सचिवमंडल के सदस्य और छत्तीसगढ़ प्रभारी जोगेंद्र शर्मा ने संबोधित किया. सम्मेलन में लिए गए संगठनात्मक फैसलों पर कड़ाई से अमल करने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस बार पार्टी जितने भी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जीतने के लिए लड़ेगी और इसके लिए बड़े पैमाने पर राजनैतिक रूप से प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की फ़ौज तैयार करेगी.
इस सम्मेलन के बाद व्यापक पैमाने पर राजनैतिक-विचारधारात्मक प्रशिक्षण देने का काम हाथ में लिया जा रहा है, ताकि भाजपा की सांप्रदायिक-साम्राज्यवादपरस्त विचारधारा और आम जनता पर उसके हमलों का करार जवाब दिया जा सके. पार्टी नेतृत्व को टीम भावना के साथ काम करने की सलाह देते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में माकपा का प्रदेश की राजनीति में प्रभावशाली हस्तक्षेप देखने को मिलेगा.