‘जुल्मी कब तक जुल्म करेगा शोषण़ के हथियारों से, हम भी उसको ध्वस्त करेंगे एकताबद्ध कतारों से’
कैंथल (हरियाणा)। अन्याय के विरुद्ध मारुति-सुजुकी मानेसर के मज़दूरों की पूर्व घोषित ‘जनजागरण यात्रा’ 15 जनवरी से हरियाणा के कैंथल के जिला सचिवालय से ‘हमारे साथियों को रिहा करो’ नारे के साथ प्रारम्भ हो गयी। कैंथल से दिल्ली तक की 16 दिनी इस पदयात्रा की शुरुआत में एक आम सभा का आयोजन हुआ।

मजदूरों की वर्किंग कमेटी की ओर से जारी एक वक्तव्य में बताया गया है कि वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ तो तमाम अपराधी तो सत्ता में बैठे हुये हैं, लेकिन बेगुनाह 148 मज़दूर 18 महीने से जेल में बन्द हैं। गैरकानूनी कृत्यों में लिप्त प्रबन्धन तो ऐश कर रहा है और ढाई-तीन हजार मारुति के मज़दूर बेरोजगार भटक रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि पिछले 18 माह के दौरान यह बात साफ तौर पर देखने में आई कि कैसे जापानी मालिकों की सेवा में लगी सरकार और उसकी पुलिस-प्रशासन-श्रम विभाग सारे कानूनो को ताक पर रख कर निर्लज्ज रूप से काम कर रही है। 18 जुलाई 2012 की दुखद घटना के वास्तविक दोषी मारुति प्रबन्धन बेगुनाह बैठा है और बेगुनाहगार मज़दूर सजाएँ भुगत रहे हैं, दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।

इस दौरान मारुति मज़दूरों ने ऐलान किया कि ‘जुल्मी कब तक जुल्म करेगा शोषण़ के हथियारों से, हम भी उसको ध्वस्त करेंगे एकताबद्ध कतारों से।’

इधर मारुति सुजुकी वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधि ने बताया कि आज से शुरू पदयात्रा के द्वारा हम न्याय पाने के अपने संकल्प को आम जनता तक ले जा रहे हैं। उन्होंने यात्रा का विस्त्रृत कार्यक्रम घोषित करते हुये कहा कि जत्था 16 को गुलियाना व किठाना, 17 को शमदो व नागुरा, 18 को कंडेला व जींद, 19 को बिषानपुरा व गतौली, 20 को जुलाना व जफरगढ़ 21 को लाखन माजरा व भगवतीपुर, 22 को टिटोली व रोहतक, 23 को दिघल (झज्जर), 24 को चमनपुर व गुड्डा, 25 को झज्जर व दादरी, 26 को दादरी से फारूख नगर, 27 को गढ़ी, 28 को गुडगाँव, 29 को महिपालपुर होते हुए 30 को दिल्ली और 31 जनवरी को दिल्ली जन्तर मन्तर पर व्यापक कार्यक्रम होगा।

इस अभियान में मारुति श्रमिकों के परिजनों, शुभचिन्तकों के साथ कई जनसंगठनों, यूनियनों का समर्थन मिलने से अभियान के सदस्यों की हौसलाअफजाई हुयी है। इनमें जनसंघर्ष मंच हरियाणा, सीआईटीयू हरियाणा, आम आदमी पार्टी, सर्व कर्मचारी संघ, किसान सभा, खेत मज़दूर यूनियन, इंकलाबी मज़दूर केन्द्र, क्रान्तिकारी नौजवान सभा, श्रमिक संग्राम कमेटी, एस.सी.-एस.टी. हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन, संभव, हरियाण इंसाफ, सोसाइटी, महावीर जन कल्याण ट्रस्ट, समतामूलक महिला संगठन, डी.वाई.एफ.आई सहित तमाम जन संगठन शामिल हैं।