मुजफ्फरनगर की सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ निंदा और प्रदर्शनों का दौर जारी
मुजफ्फरनगर की सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ निंदा और प्रदर्शनों का दौर जारी
नई दिल्ली। मुजफ्फरनगर की सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ निंदा और प्रदर्शनों का दौर जारी है। जहाँ आज दिल्ली में यूपी भवन पर इस हिंसा के खिलाफ एक्टिविस्ट्स और बुद्धिजीवियों ने प्रदर्शन किया वहीं जनांदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय(एनएपीएम), सोशलिस्ट पार्टी और रिहाई मंच ने इसके लिए सपा और भाजपा को दोषी ठहराते हुए साफ कहा है कि दोनों दलों ने मिलकर प्रदेश को सांप्रदायिक हिंसा के हवाले किया है।
अमन एकता मंच के बैनर तले आज यूपी भवन के सामने प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी “सांप्रदायिक हिंसा रोको”, “अमन शांति जिन्दाबाद” “सांप्रदायिकता मुर्दाबाद”, “मुजफ्फरनहर दंगे का जिम्मेदार कौन-जवाब दो” और “यूपी सरकार मुर्दाबाद” के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने यूपी भवन के रेजीडेंट कमिश्नर को मुख्यमंत्री को नाम संबोधित एक ज्ञापन भी दिया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से खुर्शीद अनवर, प्रो. अपूर्वानंद, महताब आलम, शाहनवाज मल्लिक, प्रो. अली जावेद, मोना दास, डॉ. अर्जुमंद आरा, डॉ. सदाशिव, डॉ. तलवीर फजल, हिमांशु कुमार, मधुरेश कुमार, और भाषा सिंह शामिल थीं।


