मुठभेड़ नहीं, सुनियोजित हत्या, दोषियों पर कार्यवाही करो : माकपा
मुठभेड़ नहीं, सुनियोजित हत्या, दोषियों पर कार्यवाही करो : माकपा
मुठभेड़ नहीं, सुनियोजित हत्या, दोषियों पर कार्यवाही करो : माकपा
रायपुर, 13 दिसंबर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बीजापुर के उसूर में हुए कथित नक्सली मुठभेड़ में नंदू पूनम की मौत को 'सीआरपीएफ द्वारा कायराना तरीके से हत्या' करार देते हुए दोषी जवानों और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है.
पार्टी ने कहा है कि हत्या के तथ्यों को सीआरपीएफ द्वारा छुपाने की कोशिशों से ही उनकी जघन्य करतूतों का पता लग जाता है.
आज यहां जारी एक बयान में माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा कि बस्तर की प्राकृतिक संपदा को कार्पोरेटों को सौंपने के लिए जिस प्रकार इस क्षेत्र को 'वीरान' बनाने की कोशिशें हो रही है, उसी का नतीजा है कि निर्दोष नागरिकों की 'सुनियोजित' तरीके से हत्याएं की जा रही हैं और इसे मुठभेड़ों का रूप देने की कोशिशें हो रही है. इन कथित मुठभेड़ों की वास्तविकता को सामने लाने वाले पत्रकारों, वकीलों, बुद्धिजीवियों और राजनैतिक दलों के नेताओं-कार्यकर्ताओं को भी हमले का निशाना बनाय जा रहा है.
श्री पराते न कहा भाकपा नेता मनीष कुंजाम की पत्रकार वार्ता में पुलिस की उपस्थिति में उन पर हमला, बुरगुम कांड आदि इसके प्रमाण हैं. सीबीआई की ताड़मेटला कांड पर रिपोर्ट से भाजपा सरकार और उसकी पुलिस की करतूतों की पूरी तरह से पोल खुल चुकी है और अब सरकार मानवाधिकार आयोग का सामना करने से भी डर रही है.


