मोदी-योगी सरकार में महिलायें और बच्चियां सुरक्षित नहीं

ऐपवा ने भाजपा राज में महिलाओं-बच्चियों के साथ बलात्कार-हत्या की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ लखनऊ में परिवर्तन चौक पर धरना दिया

लखनऊ, 13 जुलाई। उत्तर प्रदेश की राजधानी समेत प्रदेश भर में महिला उत्पीड़न (Women harassment across the state including the capital of Uttar Pradesh) और बच्चियों के साथ गैंगरेप व हत्या (murder and Gang rape with girls) की ताबड़तोड़ घट रही घटनाओं के खिलाफ आज लखनऊ के परिवर्तन चौक पर ऐपवा, आइसा, इंनौस के तत्वाधान में धरने का आयोजन किया गया।

एक छलावा साबित हुआ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा

धरने का नेतृत्व कर रही ऐपवा की प्रदेश अध्यक्ष कामरेड कृष्णा अधिकारी ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा एक छलावा साबित हुआ है। मोदी योगी सरकार में महिलायें और बच्चियां सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में महिलाओं और बच्चियों के साथ गैंग रेप और हत्या की घटनाएं (Incidents of gang rape and murder of women and girls in BJP rule) दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही हैं ।

बाराबंकी में गरीब महिला के साथ बलात्कार के बाद हत्या (Woman murdered after rape), रायबरेली के लालगंज में 11 वर्ष की बच्ची के साथ बलात्कार के बाद हत्या, लखनऊ के मड़ियांव, आजमगढ़, बनारस, बाँदा, कानपुर में बच्चियो के साथ बलात्कार के बाद हत्या और उन्नाव में सामूहिक बलात्कार महज कुछ उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर ये घटनायें लगातार बढ़ रही हैं, वहीं बलात्कारियों को बचाने के लिए बलात्कार की घटनाओं को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है।

ऐपवा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लखनऊ की पॉलीटैक्निक छात्रा की केवल लूट के लिए हत्या कर दी जाये, ये हो ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि जब सत्ताधारी दल के विधायक और मंत्री खुद बलात्कारी हों और बलात्कारियों के संरक्षक हों वहां इन से बलात्कार रोकने की उम्मीद कैसे की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बलात्कार व हत्या को रोकने में नाकाम योगी सरकार को सत्ता में बने रहने का अब कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने योगी सरकार से इस्तीफे की मांग की।

सभा को जसम के प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर, आइसा के शिव रजवार, इनौस के राजीव गुप्त, भाकपा (माले) की राज्य स्थाई समिति के सदस्य कामरेड अफरोज आलम, माले के लखनऊ के जिला प्रभारी रमेश सिंह सेंगर व अन्य नेताओं ने सम्बोधित किया।

सभा का संचालन लखनऊ की जिला संयोजिका मीना सिंह ने किया।