मोदी राज में अच्छे दिन व्यापम घोटाले से फायदा उठाने वालों के आए
मोदी राज में अच्छे दिन व्यापम घोटाले से फायदा उठाने वालों के आए
भाजपा नेताओं को बचाने के लिए हो रही हैं व्यापम घोटाले से जुड़े लोगों की हत्याएं
लखनऊ। रिहाई मंच नेता राजीव यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से जुड़े आरोपियों, गवाहों, और उसको कवर करने वाले पत्रकार समेत 46 लोगों का एक के बाद एक मारा जाना देश के इतिहास का सबसे बड़ा खुला रहस्य बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी राज में अच्छे दिन व्यापम घोटाले से फायदा उठाने वाले लोगों के आए हैं या फिर बलात्कार के आरोपी आसाराम बापू के जिनके मामलों में गवाही देने वाले लोग बारी-बारी से मारे जा रहे हैं।
श्री यादव ने कहा कि व्यापम घोटाला देश का पहला घोटाला है जहां उससे जुड़ी छोटी मछलियों और उनका राजफाश करने वालों को सुनियोजित तरीके से मारा जा रहा है, ताकि ऐसे घोटालों पर सवाल उठाने की कोई हिम्मत भी न कर सके। इन हत्याओं को लोकतंत्र और न्याय व्यवस्था पर हमला बताते हुए उन्होंने कहा कि यह हत्याएं बताती हैं कि अब पहले कि तरह घोटालेबाज डरे हुए नहीं हैं बल्कि भाजपा के संरक्षण में बहुत आक्रामक ढंग से पलटवार करने की क्षमता भी हासिल कर चुके हैं।
रिहाई मंच नेता ने उत्तर प्रदेश में हजारों करोड़ रुपए के एनआरएचएम घोटाले के आरोपी आईएएस अधिकारी प्रदीप शुक्ला को गोपनीय तरीके से बहाल किए जाने और इसी मामले में आरोपी आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल को आज तक गिरफ्तार न करने और उन्हें अहम ओहदे पर बनाए रखने को भ्रष्ट ब्यूरोक्रेसी के समाजवादी संरक्षण का उदाहरण बताया है।
रिहाई मंच ने कहा कि जिस तरह देश में भ्रष्टाचारियों-घोटालेबाजों को बचाने के लिए सरकारों के संरक्षण में सबूतों को मिटाने के लिए हत्याओं का सिलसिला चल रहा है, ऐसे में इस नाइंसाफी के खिलाफ एकजुट होकर इंसाफ की लड़ाई लड़नी होगी।


