यादें 2016, महत्वपूर्ण घटनाएं - भारत व विश्व
यादें 2016, महत्वपूर्ण घटनाएं - भारत व विश्व
यादें 2016, महत्वपूर्ण घटनाएं - भारत व विश्व
13वां भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन
भारत-यूरोपीय संघ का 13वां शिखर सम्मेलन बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में विगत 30 मार्च, 2016 को आयोजित किया गया। इस सम्मेलन के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जबकि यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जीन कलॉड जंकर ने किया। इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ बनाना था।
16वां शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन
23-24 जून, 2016 में उजेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 16वें शिखर सम्मेलन में भारत को औपचारिक रूप से इस संगठन का सदस्य घोषित कर दिया गया, हालांकि इसकी अधिकारिक स्वीकृति वर्ष 2017 में कजाकिस्तान की राजदानी अस्ताना में होने वाले इस संगठन के 17वें शिखर सम्मेलन में प्रदान की जाएगी।
भारत की एक्ट ईस्ट नीति
एक्ट ईस्ट पॉलिसी, जो कि वर्तमान केंद्र सरकार की विनदेश नीति का महत्वपूर्ण अवयव है, कोई नई नीति नहीं, बल्कि लुक ईस्ट पॉलिसी का परिवद्र्धित रूप है। इसके अंतर्गत आर्थिक और रणनीतिक क्षेत्र के अलावा राजनीतिक और सांस्कृतिक पक्ष को भी शामिल किया जाता है, जो वर्तमान समय की भारतीय विदेश नीति की प्राथमिकताओं को स्पष्ट रूप से इंगित करता है।
भारत बना 'एमटीसीआर’ का सदस्य
26 जून, 2016 से भारत को मिसाइल टेक्नालॉजी कंट्रोल रिजीम (एमटीसीआर) का पूर्ण सदस्य बनाया सगया। भारत इस संगठन का 35वां पूर्ण सदस्य बना है। उल्लेखनीय है कि भारत की एनएसजी की सदस्यता हासिल करने में मिली असफलता के बाद इस बहुपक्षीय नियंत्रण व्यवस्था की सदस्यता हासिल होना बहुत महत्वपूर्ण है।
भारत-यूएसए संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएएस) से अपने संबंधों में गर्मजोशी लाने की प्रतिबद्धता दिखाते हुए विगत जून, 2016 में अपनी तीसरी अमेरिकी यात्रा संपन्न की। इस आधिकारिक यात्रा के दौरान दोनों देशों के शीर्ष नेताओं द्वारा भारत और अमेरिका के बीच गहरी होती सामरिक भागीदारी की समीक्षा की गई जो स्वतंत्रता के साझा मूल्यों, लोकतंत्र, सार्वभौमिक मानवाधिकार, सहिष्णुता, बहुलवाद तथा सभी नागरिकों के लिए समान अवसर और कानून के शासन में निहित है।
भारत-रूस संबंध
भारत तथा रूस के मध्य द्विपक्षीय संबंधों को पुनर्जीवित करने के परिप्रेक्ष्य में 15 अक्टूबर 2016 को 17वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें भाग लेने रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन भारत आए थे। इस दौरान दोनों देशों ने परमाणु अंतरिक्ष ऊर्जा रक्षा तथा वाणिज्य एवं व्यापार से संबंधित कुल 16 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किया।
भारत-पाकिस्तान संबंध
18 सितंबर, 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के शिविर पर पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला इसका सबसे ताजा उदाहरण है, जिसमें भारतीय सेना के करीब 20 जवान शहीद हो गए। पाकिस्तान द्वारा अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक दोनों देशों के संबंधों के लिए एक नया तत्व बनकर उभरा है।
'एनएसजी’ में भारत की सम्भावनाएं
11-12 नवंबर, 2016 को बीजिंग (चीन) में परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की बैठक में चीन ने एक बार फिर भारत की सदस्यता का विरोध किया। ऑस्ट्रिया तथा आयरलैंड ने भी भारत की सदस्यता का विरोध किया इससे सियोल (दक्षिण कोरिया) में 22-23 जून, 2016 को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की बैठक भारत की सदस्यता पर विचार को चीन की बीटो कर दिया। भारत लंबे समय से एनएसजी की सदस्यता पाने के लिए प्रयासरत है।
8वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
ब्रिक्स का आठवां शिखर सम्मेलन 15-16 अक्टूबर 2016 को पणजी (गोवा) में आयोजित हुआ। भारत की अध्यक्षता में हुए इस शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा तथा ब्राजील के राष्ट्रपति मिशील तेमेर ने अपने देश के प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया तथा आपसी कारोबार तथा अर्थव्यवस्था से संबंधित मुद्दों के अतिरिक्त वैश्चिक एवं क्षेत्रीय आतंकवाद पर चर्चा की।


