लखनऊ, 23 मार्च। मुस्लिम समाज के अत्यंत पिछडे वर्ग कुरैशी समाज, जो दशकों से ( बड़े जानवरों) के मांस के व्यापार से अपने परिवारों का भरण पोषण कर रहा था, उसकी रोजी रोटी पर महंत योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने कुठाराघात करते हुए जिस तरह स्लाटर हाउसो को बंद करने का फरमान जारी किया है वह पूर्णता असंवैधानिक कृत्य है।

यह आरोप कुरैशी महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष मो. शकील कुरैशी, भारतीय निर्माण मजदूर यूनियन (भानिमयू) के नेता व न्याय मंच के अध्यक्ष अमित मिश्रा ने लगाया।

आज जारी अपने संयुक्त बयान में नेता द्व कहा है कि यह सरकार सारे फैसले साम्प्रदायिक व जातिगत आधार पर कर रही है।

श्री कुरैशी ने योगी पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह श्री योगी मुस्लिम समुदाय के अत्यंत पिछडे अशिक्षित कुरैशी समाज, जो कि सिर्फ मांस के व्यापार से अपने परिवारों का पालन पोषण करने व बगैर सरकारी अनुदान के राज्य सरकार को हर वर्ष 19000 करोड़ ₹ का राजस्व उपलब्ध कराता है, वह योगी सरकार के इस साम्प्रदायिक व मुस्लिम विरोधी फैसले से भुखमरी व बेरोजगारी के कगार पर पहुंच जायेगा।

उन्होंने कहा कि योगी सरकार संवैधानिक व प्रशासनिक संस्थाओ को पंगु बना रही है। उन्होंने कहा कि कल हाथरस में मुर्गा व बकरा मांस की दुकानों पर की गई लूटमार व आगजनी मे संघ बजंरग दल के लोग शामिल थे और इस तरह की तमाम घटनाएं संघ व उसके अनुषांगिक संगठनों के लोग करते रहे हैं। अब वही लोग सरकारी संरक्षण में पूरे प्रदेश में इस घिनौने कृत्य को अंजाम दे रहे हैं।

न्याय मंच अध्यक्ष व मजदूर नेता अमित मिश्रा ने योगी सरकार पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश भर में भाजपा नेताओं के स्लाटर हाउसों को आर्थिक लाभ पहुचांने के लिये संघ के ईशारे पर गरीब मुस्लिम समुदाय के पिछड़े वर्ग कुरैशी समाज को आर्थिक तौर पर कंगाल करने का षंडयत्र रचा गया है।

उन्होंने आगे कहा कि समुदाय विशेष के साथ-साथ मनरेगा के मजदूरों का लम्बे समय से बकाया बाकी है जिसको केन्द्र की मोदी सरकार ने रोक रखा है तथा मांस से सम्बन्घित चमड़े सफाई के पेशे से जुड़े दलित समुदाय के मजदूरों के खिलाफ साम्प्रदायिकता को आधार बनाकर योगी सरकार की दहशत पैदा करते हुए मुसलमानों को बेरोजगार कर भूखों मारने की पूरी योजना है। यू.पी.के सीएम योगी आदित्तयनाथ एक सीएम की तरह नहीं बल्कि अपनी मुस्लिम विरोधी मानसिकता और आरएसएस के प्रचारक की तरह काम कर रहें है।

श्री मिश्रा ने कहा कि अगर योगी मे दम है तो वह आरएसएस व भाजपा के बडे़ नेताओं स्लाटर हाउस व बूचडखाना बन्द करें लेकिन वह ऐसा नही करेंगे क्योंकि उन्हें संघ से जुड़े लोगों का बिजनेस बढ़ाना है और मांस के मुस्लिम कारोबारीयो को डराकर अरबों रुपये चन्दा लेने की योजना है।

दोनो नेताओं ने अपने साझा बयान में कहा कि कुरैशी महापंचायत, न्याय मंच और भारतीय निर्माण मजदूर यूनियन संयुक्त रुप से योगी की मुसलमानो के प्रति दमनकारी साम्प्रादायिक नीतियो के खिलाफ प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर दलितों मुसलमानों मजदूरों के हक हुकूक के लिये संघर्ष करेगा।