राष्ट्रीय पत्रकारिता में विश्वासहार्यता का होना जरूरी
राष्ट्रीय पत्रकारिता में विश्वासहार्यता का होना जरूरी
ज्येष्ठ पत्रकारों का कनिष्ठ पत्रकारों को मार्गदर्शन का निष्कर्ष
नई दिल्ली, 15 जनवरी; राष्ट्रीय स्तर से की जाने वाली पत्रकारिता देश में स्थित्यंतर लाने में अहम भूमिका अदा करती है, इसलिए देश में होने वाले स्थित्यंतर (Transition) को शब्दों में रखते वक्त विश्वासहार्यता बनाये रखना बेहद महत्वपूर्ण है। दिल्ली में पत्रकारिता करने के लिये देश के सभी मूलभूत विषयों से अवगत होना बेहद जरूरी है।
यह बातें दिल्ली में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकारों ने महाराष्ट्र के नाशिक-कोकण विभाग से आये पत्रकारों को मार्गदर्शन के दौरान रखीं।
दिल्ली अभ्यास दौरे के दरमियान सोमवार सांयकाल को नये महाराष्ट्र सदन में वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद मजूमदार तथा इम्प्रेसिव टाईम्स समाचार पत्र के संपादक मनोज मंडल के साथ पत्रकारों ने संवाद किया।
इस वक्त महाराष्ट्र से प्रतिनिधित्व करने वाले केन्द्रीय मन्त्री के बारे पूछे गये सवालों के जवाब देते हुये प्रमोद मजूमदार ने कहा कि केन्द्रीय मंत्रियों ने अपनी कुशलता का उपयोग कर महाराष्ट्र के कई विषयों का निराकरण किया। ऐसे कई उदाहरण उन्होने बताये। साथ ही महाराष्ट्र राज्य की निर्मिती से अब तक राज्य के लोकप्रतिनिधियों व्दारा निभाई गयी भूमिका के बारे मे भी चर्चा की।
इम्प्रेसिव टाईम्स समाचार पत्र के संपादक मनोज मंडल ने अखबारों को केन्द्र की ओर से मिलने वाली सुविधाओं के बारे जानकारी दी। इसमें विज्ञापन, पहचान पत्र, तथा अन्य सुविधाओं के बारे में बताया। उन्होंने डीएव्हीपी, आरएनआई, पीआईबी जैसे सरकारी विभागों के बारे में पत्रकारों व्दारा पूछे गये कई सवालों के जवाब दिये।


