लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के कथित फर्जीवाड़े पर मायावती ने हमला बोला
एक्सप्रेस-वे परियोजना का गज़ट नोटिफिकेशन दिनांक 20 अप्रैल सन् 2008 में हो गया था

लखनऊ, 21 नवम्बर 2016: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज बड़े धूमधाम से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया, तो बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला।
उ.प्र. के खासकर सैफई-इटावा व क़न्नौज आदि के लिये अधिकांश कार्य करने को ही समस्त उत्तर प्रदेश के 22 करोड़ से अधिक लोगों का विकास समझ कर उसका दावा करने की वर्तमान सपा सरकार के मुखिया की पक्षपात व क्षेत्रवाद वाली प्रवृति की तीखी आलोचना करते हुये सुश्री मायावती ने आज एक वक्तव्य जारी कर कहा कि इस विशाल प्रदेश के हर क्षेत्र को उसका वाजिब विकास मिलना चाहिये ना कि अपने से जुड़े क्षेत्र के विकास को ही प्रदेश का समग्र विकास कहा जायेगा। यह ठीक नहीं है।
मायावती ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा की तरह ही सपा द्वारा भी केवल विकास-विकास का राग अलापते रहने से व उसके बारे में ग़लत व आधी-अधूरी योजनाओं के सम्बन्ध में सरकारी खर्चे से विज्ञापन छपवा देने से विकास नहीं होता है, बल्कि विकास खुद बोलता है और लोग उसकी वाह-वाही करते हैं, जो उत्तर प्रदेश में कहीं भी होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। अब जनता अपने लिये विकास होता हुआ देखना चाहती है और विकास का लाभ वास्तव में मिलता हुआ भी चाहती है। प्रदेश व देश की जनता अब इन वायदों व आश्वासनों से काफी उब गई है कि विकास का लाभ आने वाले दस साल बाद व 20 साल बाद मिलेगा।
सुश्री मायावती ने कानून-व्यवस्था के मामले में घोर विफलता के साथ- साथ विकास के मामले में भी काफी पीछे रहने पर उत्तर प्रदेश की वर्तमान सपा सरकार पर ज़ोरदार हमला बोलते हुये कहा कि प्रदेश सरकार जो भी विकास के दावे कर रही है वह अधिकांश खोखले व कागजी हैं और जिन कार्यों को वे अपना बता रहे हैं इनमें से अधिकतर कार्यों की पूरी रूपरेखा पिछली बी.एस.पी. की सरकार में ही तैयार कर दी गयी थी।

बसपा नेत्री ने कहा कि सपा सरकार एक्सप्रेस-वे परियोजना को भी अपनी उपलब्धि बता रही है जबकि एक्सप्रेस-वे परियोजना बी.एस.पी. सरकार में ही प्रारम्भ हो गई थी।
इसका सरकारी गज़ट नोटिफिकेशन दिनांक 20 अप्रैल सन् 2008 में हो गया था, जिसके तहत् 14 जिलों को जोड़ते हुए यह परियोजना उत्तर प्रदेश के विकास को ध्यान में रखकर बसपा सरकार द्वारा मंजूर की गई थी, परन्तु सपा सरकार ने इस परियोजना का स्वरूप और नाम बदलकर कन्नौज-सैफई जाने हेतु अपने लिए बना लिया है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं और खासकर ग्रेटर नोएडा से बलिया तक की अत्यन्त ही महत्वाकांक्षी ’’गंगा एक्सप्रेस-वे’’ योजना के माध्यम से भी उत्तर प्रदेश के समग्र व समस्त ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की योजना बी.एस.पी. सरकार के समय से धरातल पर उतरनी शुरु हो गयी थी और नोएडा से आगरा के बीच यमुना एक्सप्रेस-वे योजना तो सन् 2012 में ही बनकर तैयार हो गई थी, परन्तु आमचुनाव के समय में इसका उद्घाटन नहीं हो सका था और अब वर्तमान सपा सरकार ऐसी उन तमाम् योजनाओं को ही आगे बढ़ाकर अपनी वाह-वाही लूटने का दावा कर रही है।
इसी प्रकार बसपा की कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं को जैसे कि कन्या धन, पेंशन योजना आदि भी सपा सरकार सिर्फ नाम बदलकर चला रही है। ठीक उसी प्रकार जैसे कि गोमती नगर में बसपा सरकार द्वारा बनाये गये डा. भीमराव अम्बेडकर उद्यान का नाम बदलकर जनेश्वर मिश्रा पार्क कर दिया गया है।

सपा सरकार का मुखिया अपने नाम का पत्थर लगवाने के लिये काफी बेचैन है
सुश्री मायावती ने कहा कि एक्सप्रेस-वे का काम अभी काफी आधा-अधूरा है और इस पर अभी काम चल ही रहा है, फिर भी उसका उद्घाटन करने की जल्दी सपा सरकार के मुखिया को है। हालाँकि इसी आधे-अधूरेपन के कारण वहाँ दुर्घटनायें भी हो रही हैं और राज्य सरकार का एक वरिष्ठ अधिकारी भी इसका शिकार होकर घायल है, फिर भी सपा सरकार का मुखिया अपने नाम का पत्थर लगवाने के लिये काफी बेचैन है कि कहीं ’विधानसभा आमचुनाव की घोषणा ना हो जाये और फिर उनको उद्घाटन करने का मौका नही’ मिल पायेगा और उसके नाम का पत्थर भी नहीं लग पायेगा।
उन्होंने कहा कि सपा को पता है कि उसकी सरकार वापस लौटने वाली नहीं है इसीलिये आधी-अधूरी परियोजनाओं का भी उद्घाटन करने व बिना बजटीय प्रावधान वाली योजनाओं का शिलान्यास व घोषणायें करने की आपाधापी मची हुयी है। इस प्रकार केवल अपने नाम का पत्थर लगवाने की तथा विधानसभा आमचुनाव से पूर्व सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की ओछी राजनीति करने में वर्तमान सरकार का मुखिया व्यस्त है, लेकिन प्रदेश की आमजनता को इन बातों से वरगलाया नहीं जा सकता है।