वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का निधन

वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का 89 साल की उम्र में निधन हो गया। गुर्दे की समस्या के कारण उन्हें पिछली 10 अगस्त को दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था।

10 बार लोकसभा सदस्य रह चुके पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के बड़े नेता थे। उनके पिता निर्मल चंद्र चटर्जी अपने समय के प्रसिद्ध वकील थे, जो अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे। विद्रोही स्वभाव के सोमनाथ चटर्जी ने अपने पिता की राजनीतिक विचारधारा के खिलाफ जाकर वामपंथी राजनीति की तरफ कदम बढ़ाया और 1968 में माकपा के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत की।

सोमनाथ चटर्जी 1971 में वह पहली बार सांसद चुने गए।

हालांकि वर्ष 2008 में माकपा ने अपने इस सबसे वरिष्ठ सांसद को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। दरअसल उस वक्त भारत-अमेरिका परमाणु समझौता विधेयक के विरोध में माकपा ने तत्कालीन मनमोहन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। सोमनाथ चटर्जी तब लोकसभा अध्यक्ष थे और पार्टी ने उन्हें भी स्पीकर पद छोड़ने के निर्देश दिए, पर वह नहीं माने, जिसके बाद पार्टी ने उनके खिलाफ यह कदम उठाया।

चुनावी राजनीति में लगातार जीत हासिल करने वाले सोमदा अपने जीवन का एक चुनाव पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हार गए थे।