विशेष राज्य के दर्जे की तरह महंगाई से भी भाजपा ने पल्ला झाड़ा– चौधरी
विशेष राज्य के दर्जे की तरह महंगाई से भी भाजपा ने पल्ला झाड़ा– चौधरी

पटना। बिहार सरकार के मंत्री और जनता दल-यू नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि लोकसभा के चुनाव में जिन्होंने भी भाजपा को वोट दिया वो आज ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। जिस तरह विशेष राज्य के मुद्दे पर भाजपा ने औपचारिक ऐलान किया कि बिहार को उसका हक नहीं देंगे, उसी तरह आज सुशील मोदी ने औपचारिक तौर पर बता दिया कि महंगाई कम करने के लिए केंद्र सरकार कुछ नहीं कर सकती– हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहेगी, राज्य सरकार को जो करना हो करे। हाँ, अगर महंगाई बढ़ाने का निर्णय हो तो उसे केंद्र की भाजपा सरकार सक्रियता से लागू करेगी, रेल का किराया बढ़ाएगी, चीनी के दाम बढ़ाएगी, और इस तरह के अन्य जनविरोधी कदम उठायेगी।
श्री चौधरी ने कहा कि अब सवाल है कि आखिर बिहार की जनता ने भाजपा को वोट क्यों दिया ? भाजपा के नेताओं ने कहा था कि युवाओं को रोज़गार देंगे, महंगाई और भ्रष्टाचार खत्म करेंगे, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देंगे, हर खेत को पानी देंगे और न जाने क्या क्या ! कहा, केंद्र में आते ही सारे काम कर देंगे। अब जब जनता ने मोदी सरकार को गद्दी पर बिठा दिया तो सुशील मोदी बिहार के लोगों को चिढ़ाते हुए बताते हैं – कुछ नहीं करेंगे बल्कि केंद्र की भाजपा सरकार कुछ कर ही नहीं सकती ! जहाँ जनता को वोट के लिए ठगने के लिए भाजपा नेताओं को बिहार से माफ़ी मांगनी चाहिए वहीँ इसके विपरीत ये लोग अपनी नाकामी का दोष बिहार की सरकार के सिर मढ़ रहे हैं।
जनता दल-यू नेता ने कहा कि पिछली केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए खाद्य सुरक्षा क़ानून को अंगीकार करने में बिहार की पहल सभी राज्यों से बेहतर है। परन्तु भाषाई कलाबाजी में माहिर सुशील मोदी बिहार की सरकार की इस उपलब्धि को उसकी कमजोरी बताते हैं। कृषि रोडमैप की बात करें, तो पूरा देश साक्षी है कि इसकी बदौलत बिहार के किसानों ने धान, गेंहू, आलू आदि के उत्पादन में न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अन्तराष्ट्रीय रिकार्ड कायम किये। इस उपलब्धि के कारण बिहार के किसानों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया तथा बिहार सरकार को महामहीम राष्ट्रपति ने कृषि कर्मण पुरस्कार भी दिया। परन्तु सत्ता से हटने की छटपटाहट ऐसी है कि भाजपा के नेता बिहार के किसानों की उपलब्धियों पर उनकी पीठ थपथपाने की बजाय उन्हें अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा चाहे पश्चिम बंगाल हो या कोई अन्य राज्य, अगर वह भेदभावपूर्ण नीति अपनाता है तो क्या उसे रोकने की ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार की नहीं है ? कहाँ हैं भाजपा के महानायक और उनके निर्णायक नेतृत्व की भूमिका जिसके आधार पर भाजपा ने बिहार से वोट बटोरे ?


