वोटों के लिए युद्धोन्माद ना फैलाएं मोदी
वोटों के लिए युद्धोन्माद ना फैलाएं मोदी

नई दिल्ली, 15 April 2014। समाजवादी जन परिषद (Samajwadi Jan Parishad) ने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के लोकसभा चुनाव 2014 (Lok Sabha Elections 2014) में पीएम इन वेटिंग (PM In Waiting) नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे वोटों की तिकड़म में युद्धोन्माद न फैलाएँ।
समाजवादी जन परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य, अनुराग मोदी (Anurag Modi) ने आज सजप की ओर से जारी एक अपील में कहा है कि पिछले कुछ समय से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी युद्धोन्माद (War mongering) फ़ैलाने में लगे हैं। वो बार-बार अपने चुनावी भाषणों में पाकिस्तान (Pakistan) या चीन (China) को ललकारते नज़र आते हैं। उन्होंने पठानकोठ में भी यही बात दोहराई।
श्री मोदी ने कहा कि इससे भारत, पाकिस्तान और चीन के बीच हथियारों कि दौड़ और बढ़ेगी और यह देश मानव विकास में पिछड़ेंगे। वैसे ही, यह देश हथियार खरीदी के मामले में पहले, दूसरे और तीसरे नम्बर पर हैं। भारत शिक्षा और स्वास्थ्य से ज्यादा राशि हथियारों के खरीद-फरोख्त पर खर्चकर; दुनिया का सबसे बड़ा हथियार खरदीने वाला देश बन गया है। वहीं, मानव विकास के मामले में भारत 136 नम्बर पर है, तो पाकिस्तान 146 पर। यह समय बेबात के दुश्मनी बढ़ाने की बजाए उसे निपटाने में पहल कर, अपना पूरा ध्यान देश के मानव विकास में लगाने का है।
समाजवादी जन परिषद ने इस मामले में भाजपा और कांग्रेस जैसी प्रमुख पार्टियों से अपने चुनावी भाषणों में इस बात का ध्यान रखने की अपील की है।
सजप नेता ने कहा कि स्टाकहोम अन्तर्राष्ट्रीय शांति खोज संस्थान (Stockholm International Institute of Peace Research) की एक ताज़ा रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले पांच सालों में, भारत के हथियार खरीदी बजट (India's weapon purchase budget) में 111%, तो पाकिस्तान की 119% की बढ़ोत्तरी हुई है; दुनिया के 14% हथियार भारत ने खरीदे हैं- चीन और पाकिस्तान से तीन गुना ज्यादा। दुनिया के हथियार बेचने के धंधे पर अमेरिका और रूस का प्रमुख कब्जा है। यह लोग भारत और पाकिस्तान को हथियारों की होड़ में उलझा, उन्हें अपनी पुरानी तकनीक बेचकर पैसा कमाते हैं और फिर उसी पैसे से और असरकारक हथियारों की खोज कर दुनिया में ‘सुपर पावर’ बने रहते हैं।
अमेरिका पहले पाकिस्तान को एफ़-16 विमान (F-16 aircraft) देता है, उसका मीडिया में हल्ला होता है, फिर भारत भी वही विमान को मजबूर होता है। ऐसा ही पाकिस्तान के साथ भी किया जाता है।
श्री मोदी ने कहा कि हथियारों की इस होड़ से युद्ध का खतरा टलने की बजाए और बढ़ता है। हम किसी से डरें ना, लेकिन हथियारों के इस दौड़ से बचें और आपसी भाईचारे से विकास के रास्ते चुनें। हम अगर वाकई में विकास चाहते हैं, तो हमें हथियारों की होड़ छोड़, कोई और हल ढूंढना होगा। भारत हथियारों से नहीं, बल्कि अपनी बहुसंख्यक जनता को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा और रोजगार के अवसर मुहैया करा विकास कर सकता है।


