मीडिया राष्ट्रवाद का चाहे जितना भोंपू बजा ले, राष्ट्रवाद को तो पिटना ही है
देखना है यह उन्माद किस नरक तक देश को ले जाता है
जगदीश्वर चतुर्वेदी

भाजपा के नेतागण पाकविरोधी उन्माद के घोड़े पर सवार होकर चल पड़े हैं। देखना है उनका यह उन्माद किस नरक तक देश को ले जाता है। वैसे राष्ट्रवाद भारत में बिकने वाली चीज नहीं है। मीडिया राष्ट्रवाद का चाहे जितना भोंपू बजा ले, राष्ट्रवाद को तो पिटना ही है, संयोग की बात

है कि राष्ट्रवाद की कब्र जेएनयू कैंपस में खुदेगी।

जेएनयू प्रशासन ने 9 फरवरी की घटना में शामिल चार के नाम सौंपे हैं। यह खबर आजतक टीवी की वेबसाइट पर है। पढ़ लो, यदि यह रिपोर्ट सही है तो जेएनयूएसयू अध्यक्ष तो उसमें शामिल नहीं है। राजनाथ सिंह बोलो क्या कहना - पढ़ो प्रमुख अंश-
जेएनयू में देशद्रोह विवाद के मसले पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने सोमवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय को स्टेटस रिपोर्ट सौंपी है। इसमें 9 फरवरी की घटना की सिलसिलेवार जानकारी दी गई है और कहा गया है कि छात्रों ने बिना इजाजत विवादित आयोजन किया था। रिपोर्ट में चार छात्रों उमर खालिद, कोमल, अनिर्बाण और अवस्थी का जिक्र भी किया गया है।

यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इन छात्रों ने कविताओं से जुड़े एक कार्यक्रम के लिए इजाजत मांगी थी। लेकिन इजाजत रद्द हो जाने के बाद उसकी जगह अफजल गुरु को लेकर नारेबाजी संबंधी आयोजन कर लिया। मंत्रालय ने नौ फरवरी की घटना के बारे में रिपोर्ट मांगी थी।
जगदीश्वर चतुर्वेदी के फेसबुक स्टेटस का संचय