नई दिल्ली। नेशनल पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक, स्टेट लीगल एड कमेटी के कार्यकारी चेयरमैन एवं महाराजा द्वारा यूनाइटेड जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के चैम्पियन प्रो. भीमसिंह ने आज तथाकथित पुराने डोगरा शासित राज्य जम्मू-कश्मीर में एकता, कानून-व्यस्था और समानता सुनिश्चित करने की सलाह दी, जिससे जम्मू-कश्मीर की धर्मनिरपेक्ष सोसाइटी में आरएसएस या कोई अन्य विभाजन और घृणा के उपदेश से मासूम महिलाओं का शोषण न कर सके।

आरएसएस महिलाओं ने तलवार के साथ डोगरा शहर जम्मू की गलियों में मार्च किया
प्रो. भीमसिंह ने 4 जुलाई, 2016 को जम्मू-कश्मीर के कुछ समाचारपत्रों में छपी खबर, ‘कुछ आरएसएस महिलाओं ने तलवार के साथ डोगरा शहर जम्मू की गलियों में मार्च किया‘ पर यह प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरएसएस प्रायोजकों को याद दिलाया कि डोगरा शहर जम्मू को लगभग 5000 वर्ष पूर्व तत्कालीन राजा जम्बूलोचन ने बनाया था और उन्होंने देखा कि शेर और बकरी एक ही तालाब में एक साथ पानी पी रहे हैं।
प्रो. भीमसिंह ने भाजपा नेताओं को सलाह दी कि वे अपने कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस भाईयों से शासन करने और लूटपाट करना सीखें, जिससे मानवता और मानव प्रतिभा को बरकरार रखा जा सके।
प्रो. भीमसिंह ने आशा प्रकट की कि आरएसएस नेतृत्व इसकी माफी मांगे और आगे जनता के समक्ष इस तरह के कृत्य को दोहराने की हिम्मत न करे।
प्रो. भीमसिंह ने भाजपा नेताओं को याद दिलाया कि वह अपनी चंद दिनों की सरकार के लिए जम्मू-कश्मीर में सदियों से चल रहे भाईचारे को आंच न पहुंचाएं, क्योंकि भाईचारा पूरे भारत के दिल को स्वच्छ करने काम करता है।