सत्ता के खिलाफ लिखकर उत्तर बंगाल का पत्रकार लापता
सत्ता के खिलाफ लिखकर उत्तर बंगाल का पत्रकार लापता
सत्ता का रोष प्रचंड है। पत्रकारिता का राफ्ता गाहे बगाहे सत्ता से होता है और दुनिया भर में नतीजा बराबर है।
पत्रकार उत्पीड़न और पत्रकारों पर जुल्मोसितम भारत में भी मजहबी सत्ता का बाजारु दस्तूर बन गया है।
ताजा खबर उत्तर बंगाल से सत्ता के किलाफ रिपोर्टिंग करने वाले एक दैनिक अखबार से जुड़े श्रमजीवी पत्रकार के लापता हो जाने का है, जो बेहद फिक्र की बात है और फिक्र करने की फितरत है।
बहरहाल राजनीति मुखर है। नगाड़े खामोश हैं और कटवाने की तैयारी है।
कानून बन रहे हैं और सूअरबाड़े में असली सूअर कोई नहीं है।
संसदीय सहमति का रास्ता खुल गया है। निलंबन के बहाने बहिष्कार है और गिलोटिन तैयार है।
वह इंतजाम भी पुख्ता है इस तरह जिस तरह आधारबायोमैट्रिक है।
सारे बिल खामोशी से पास होने हैं। न मइन्यूट होगा और न रिपोर्टिंग होगी। न बहस होगी। स्पीकर के टेबिल पर बिल होगा और गिलोटिन होगा, फिर लागू हो जायेगा जरूरी सेवाओं से नत्थी होकर जैसा आधार निराधार है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी होगा। आदेश भी होगा। दिलों में आवाजाही होगी, पर कोई नहीं दिलदार होगा।
सारे मसले रब के हवाले हैं। हम तमाशबीन हैं।
फिलहाल पत्रकार की गुमशुदगी का मामला सीआईडी के हवाले है। बाकी मीडिया में फिर वही सन्नाटा है। जो जो बुलंग आवाज में मजीठिया और अपने हकहकूक के लिए बोल नहीं सकते, उनसे किसी अनाम साथी के हक में खड़ा होने की क्या फिर उम्मीद कीजिये।
यह आम किस्सा हो गया है कि मीडिया की सेहत पर अपने लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का रिवाज नहीं है और न अपने लोगों के साथ खड़ा होने की कोई तहजीब है।
बहरहाल, खबरों के मुताबिक अलीपुरद्वार जिले में एक बांग्ला दैनिक का एक पत्रकार कल से अपने घर से लापता है। इस घटना से पहले उसने कॉलेज में दाखिले में रिश्वतखोरी पर एक खबर लिखने पर आठ लोगों से धमकी मिलने की शिकायत की थी और आठों लोग गिरफ्तार किए गए थे।
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने आज बताया कि उत्तरबांगा संगबाद के रिपोर्टर चयन सरकार को ढूंढने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया है। वह कल रात नौ बजे अपने घर के समीप से लापता हो गए।
उन्होंने बताया कि सरकार की नोटबुक, स्कूटर और पर्स उसी जगह मिले हैं। उन्होंने अलीपुरद्वार एवं जलपाईगुड़ी जिलों के प्रदर्शनकारी पत्रकारों को आश्वासन दिया कि सरकार को ढूंढने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी प्रेस क्लब के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अलीपुरद्वार जिले के एक कॉलेज में दाखिले के गोरखधंधे में शामिल लोगों ने सरकार का अपहरण किया है। उत्तर बंगाल में सबसे अधिक प्रसार वाले इस अखबार में खोजी रिपोर्ट फाईल करने के बाद वह इन लोगों के निशाने पर आ गए थे। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि कैसे दाखिले के लिए उम्मीदवारों एवं अभिभावकों से बड़ी धनराशि वसूली जाती है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 28 जुलाई को इस खबर के प्रकाशन के बाद सरकार ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है और उन्होंने इस सिलसिले में आठ लोगों के नाम लिए थे जिन्हें कल गिरफ्तार किया गया।
पलाश विश्वास
আলিপুরদুয়ারে সাংবাদিক নিখোঁজকাণ্ডের তদন্তভার নিল সিআইডি
আলিপুরদুয়ারঃ আলিপুরদুয়ারে সাংবাদিক চয়ন সরকার নিখোঁজকাণ্ডে তদন্তভার নিল সিআইডি। আইজি সিআইডি ১-এর নেতৃত্বে তৈরি তদন্তকারী দলে রয়েছেন একজন এসএস পদমর্যাদার অফিসার। ইতিমধ্যেই আলিপুরদুয়ার পৌঁছেছে সিআইডির এই তদন্তকারী দল।
গতকাল রাত থেকে নিখোঁজ উত্তরবঙ্গ সংবাদের আক্রান্ত সাংবাদিক চয়ন সরকার। আলিপুরদুয়ার থানায় অপহরণের অভিযোগ দায়ের হয়েছে। রাতেই আলিপুরদুয়ার থেকে প্রায় ৬ কিমি দূরে শলশলাবাড়ি স্টেশনের কাছে রাস্তার পাশের জঙ্গল থেকে উদ্ধার হয় ওই সাংবাদিকের বাইক ও মানিব্যাগ। অভিযোগ, তৃণমূলের বিরুদ্ধে খবর করার অভিযোগে ২৮ জুলাই বীরপাড়ায় চয়নের বাড়ি ভাঙচুর ও পরিবারের লোকজনদের হেনস্থা করেন জেলার যুব তৃণমূল সভাপতি সমর ভট্টাচার্য ও তাঁর সঙ্গীরা। পরিবারের দাবি, এই ঘটনায় কেউ গ্রেফতার না হওয়ায় গতকাল দুপুরে আলিপুরদুয়ার থানায় ফের অভিযোগ জানান চয়ন। আজ থেকে আমরণ অনশনের হুঁশিয়ারিও দেন। এরপর গতকাল বিকেলে ৮ জনকে গ্রেফতার করে পুলিশ। যদিও এখনও অধরা মূল অভিযুক্ত স্থানীয় তৃণমূল নেতা সমর ভট্টাচার্য। ঘটনার প্রতিবাদে আলিপুরদুয়ার ১ ও ২ নম্বর ব্লকে আগামিকাল ১২ঘণ্টার বনধের ডাক দিয়েছে জেলা বামফ্রন্ট।
http://abpananda.abplive.in/state/2015/08/03/article671484.ece/Uttarbanga-Sambads-journalist-Chayan-Sarkar-missing


