अयोध्या। चिश्ती सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित युगलकिशोर शरण शास्त्री आगामी 8फरवरी से उत्तर प्रदेश सद्भावना यात्रा पर निकल रहे हैं। यह उनकी देश की दूर- दराज़ की 18वी यात्रा होगी।
श्री शास्त्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सद्भावना यात्रा अयोध्या से निकल कर कानपुर, कन्नौज, फ़िरोज़ाबाद, हाथरस, बुलंदशहर, रामपुर, शाहजहाँपुर, लखीमपुर खीरी मे पड़ाव होगा। विभिन्न पड़ावो पर साझी विरासत की मजबूती के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि देश मे बढ़ती सांप्रदायिकता, असमानता, फांसी की सज़ा के खिलाफ लोगो मे जागृति पैदा करेंगे। यात्रा के जरिए पर्चा, प्रेस वार्ता, जनसम्पर्क, गोष्ठी, वृत्त चित्र, कबीर भजन के जरिए पूरे प्रदेश मे 10लाख लोगों तक संदेश पहुँचने का प्रयास है। इस यात्रा के व्भिन्न पड़ावो पर वक्ता के रूप मे मैगसेसे पुरस्कारलब्ध संदीप पांडे, मिल्ली गज़ट के संपादक जफरुल इस्लाम खान शामिल होगे। इस यात्रा को जन संघठनों के बैनर तले निकाला जा रहा है इसमे सर्वधर्म सद्भावना केंद्र नई दिल्ली, अयोध्या की आवाज़, आशा परिवार वाराणसी और सद्भावना पुस्तकालय कानपुर के बैनर तले निकाली जा रही है। साझी विरासत की नगरी अयोध्या से शांति एवं सदभाव के लिए यात्रा निकाल रहे हैं जिससे मेलजोल की भावना मजबूत होगी। अयोध्या एक ऐसी पवित्र नगरी है जिसे हिन्दू, मुस्लिम, सिख और बौद्ध धर्म के अनुवाई अपना मानते हैं। यह नगरी पूरी दुनिया को सह अस्तित्व की प्रेरणा देती आई है। कुछ कालखंड से कुछ फिरकापरस्ती के स्याह चेहरों ने अपनी छुद्र राजनीतिक स्वार्थो की पूर्ति के लिए इस नगरी को हथकंडा बना कर पूरे देश मे अस्थिरता पैदा करने की साजिश मे लगी रहती हैं। यात्रा के जरिए देश की एकता, अखंडता को मजबूती प्रदान कर एक सूत्र में बांधने की कोशिश कि जाएगी।
कुछ वर्षो में कुछ फिरकापरस्त ताकतें उत्तर प्रदेश की शांति और सौहार्द व्यवस्था को आहत करने का प्रयास कर रही है हिंसात्मक गतिविधियों के माध्यम से सांप्रदायिक वैमनस्य को फैलाकर हमारे समाज को बाँटना चाहती हैं। इसी बात का आम जन मानस में प्रसार करने के उद्देश्य से हम उत्तर प्रदेश सद्भावना यात्रा लेकर निकले हैं, जिसका मकसद समाज में शांति एवं सौहार्द की स्थापना के लिए आम जन मानस को प्रेरित करना और सभी वर्ग के लोगों को एकजुट करना।