लखनऊ, 6 मई। सहारनपुर जिले के शब्बीरपुर गांव में शुक्रवार को हुई की घटना के लिए भाकपा (मार्क्‍सवादी लेनिनवादी) ने योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

पार्टी ने कहा कि जिस तरह से सवर्ण समुदाय के सामंती मिजाज के लोगों ने गोलबंद होकर दलितों की बस्ती पर सशस्त्र हमला किया और दलितों के दो दर्जन से ऊपर घर जला डाले, उससे लगता है कि हमलावर अपने खिलाफ शासन-प्रशासन की कोई कार्रवाई न होने को लेकर निश्चिंत थे।

भाकपा (माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि दलितों पर हमले की शब्बीरपुर की घटना दिखाती है कि योगी सरकार में सवर्ण सामंती दबंगई चल रही है। योगी सरकार कानून-व्यवस्था की चाहे जितनी डींगे हांके, सहारनपुर समेत सूबे के पिछले करीब 50 दिनों के हालात इसकी कलई खोल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के खिलाफ हमले की घटनाएं खूब हो रही हैं। ताजा घटना में दलितों पर हमले के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री योगी 'सबका साथ सबका विकास' की रट लगाकर लोगों को सिर्फ झांसा देने में लगे हैं और पीएमओ के निर्देश पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया उन्हें हीरो बनाए हुआ है।

माले नेता ने कहा कि अभी दो हफ्ते ही पहले सहारनपुर में दुधाली की घटना में भाजपा सांसद ने बिना अनुमति जुलूस निकाल कर अल्पसंख्यकों के खिलाफ बवाल काटा था और एसएसपी के घर पर भीड़ के साथ हमला बोला था। यदि भाजपा सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई होती, तो कानून अपने हाथ में ले रहे दबंगों का मनोबल नहीं बढ़ता।

उन्होंने कहा कि भाकपा (माले) की एक टीम और तथ्यों का पता करने के लिए घटनास्थल का दौरा करेगी।