UP government does not answer RTI on Saifai Mahotsav

नई दिल्ली। विगत वर्ष आयोजित हुआ सैफई महोत्सव उत्तर प्रदेश सरकार के लिए इतना अधिक गोपनीय है कि इस संबंध में उप्र सरकार किसी भी आरटीआई का उत्तर नहीं दे रही है। और तो और राज्य का सूचना आयोग भी इस मामले में सरकार की जी हुजूरी में लगा नज़र आ रहा है उसने भी सरकार के विरुद्ध सूचना मांगने वाले आरटीआई कार्यकर्ता की अर्जी को सुनना मंजूर नहीं किया है।

जानिए कैसे शुरू हुआ सैफई महोत्सव

सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव इटावा जिले के सैफई में हर वर्ष आयोजित होने वाला सैफई महोत्सव समाजवादी पार्टी के लिए किसी कुंभ से कम महत्व नहीं रखता है।

मुलायम सिंह के भतीजे रणवीर सिंह सैफई में प्रति वर्ष वार्षिक कुश्ती दंगल का आयोजन कराया करते थे लेकिन 1997 में उनके आकस्मिक निधन के बाद समाजवादी पार्टी ने खेलों में स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए हर साल सैफई महोत्सव के रूप में समारोह का आयोजन शुरू कर दिया।

अंग्रेजी अखबार टाईम्स ऑफ इंडिया में पिछले दिनों नेहा शुक्ला की बाईलाइन से एक खबर प्रकाशित हुई है। उक्त खबर के मुताबिक आरटीआई कार्यकर्ता संजय शर्मा ने विगत 13 जनवरी 2014 को जिलाधिकारी इटावा के दफ्तर में इस संबंध में आरटीआई के तहत सूचना मांगी लेकिन अभी तक इस आवेदन का उत्तर नहीं मिला। इस आवेदन में महोत्सव पर खर्च हुए धन, मेहमानों की सूची, कार्यक्रम की सूची व राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा खर्च किए गए धन, और मेहमानों को कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए भरी गई हवाई उड़ानों की जानकारी मांगी गई थी।

आवेदन पर इटावा के डीएम कार्यालय से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने के बाद आवेदनकर्ता ने राज्य सूचना आयोग में विगत अगस्त माह में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से राज्य सूचना आयोग ने एक भी सुनवाई किए बिना उक्त शिकायत को खारिज कर दिया।

बताया जाता है कि मुलायम सिंह यादव के एक समधी राज्य के सूचना आयुक्त भी हैं।

अखबार के मुताबिक संजय शर्मा ने अब अपनी शिकायत राज्यपाल को भेजी है।