इंतजार सिर्फ भाजपा कें मुंह मोड़ऩे भर का
कमलजीत अविनाशी
चण्डीगढ़। भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन टूटने की संभावनाओं के बीच हरियाणा जनहित कांग्रेस ने नया साथी खोज लिया। अब उन्हें बहुजन समाज पार्टी से समझौता कर लिया है। हजकां को अब अगर किसी बात का इंतजार है तो वह है भाजपा की ना का। पार्टी चाहती है कि भाजपा गठबंधन तोड़े ताकि वे लोगों के बीच भाजपा को एक धोखेबाज पार्टी बताकर सहानुभूति हासिल कर सके। हालांकि हजकां बसपा समझौते की घोषणा अभी नहीं की गई। सूत्रों के मुताबिक समझौते के तहत अब हजकां 60 सीट और 30 सीट पर बसपा चुनाव लड़ेगी। हजकां नए समझौते की घोषणा एक रणनीति के तहत नहीं कर रही है।

इसके पीछे उनका मानना है कि पहल भाजपा की ओर से होनी चाहिए। क्योंकि गठबंधन टूटने का सारा कसूर भाजपा पर डाल दिया जाए। इस तरह से हजकां मतदाता से सहानुभूति बटोरने की भी कोशिश कर सकती है। इधर भाजपा अभी इस मसले पर चुप्पी साधे हुए है। क्योंकि उसकी कोशिश है कि हजकां जल्दबाजी में आकर खुद ही समझौता टूटने की घोषणा करे।