हजारों लोगों ने आंसुओं के साथ दिग्गज भाकपा नेता कामरेड ए.बी. बर्धन को दी अंतिम विदाई
हजारों लोगों ने आंसुओं के साथ दिग्गज भाकपा नेता कामरेड ए.बी. बर्धन को दी अंतिम विदाई
नई दिल्ली, 4 जनवरी 2016. देश के दिग्गज वामपंथी नेता एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व महासचिव कामरेड ए.बी. बर्धन को आज हजारों मजदूरों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं एवं राजनीतिक दलों की सीमाओं को तोड़ते हुए आंसू भरी आंखों से दिल्ली के निगमबोध घाट में विद्युत शाहगृह में अंतिम विदाई दी।
92 वर्षीय कम्युनिस्ट नेता ए.बी. बर्धन विगत 7 दिसंबर 2015 को दिल्ली में अपने निवास पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय अजय भवन में पक्षाघात के शिकार हुए और सरकारी जी बी पंत अस्पताल में 2 जनवरी के सायंकाल उन्होंने अंतिम सांस ली।
कामरेड ए.बी. बर्धन का जन्म उच्च मध्य वर्गीय परिवार में 25 सितंबर 1925 को सिलहट (वर्तमान में बांग्लादेश) में हुआ था। उनके पिता रेलवे में बड़े अफसर थे और नागपुर में सेवारत थे। कामरेड बर्धन ने नागपुर में अपनी शिक्षा-दीक्षा एम अर्थशास्त्र एवं कानून की पढ़ाई पास की और आल इंडिया स्टुडेंट्स फेडरेशन में 1940 में शामिल हो गए। बाद में वह इसके राष्ट्रीय महासचिव बने। वह नागपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी निर्वाचित हुए और साथ ही साथ भूमिगत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बन गये।
कामरेड बर्धन ने लगभग 70 वर्षों से अधिक पार्टी के पूरावक्ती कार्यकर्ता के रूप में मजदूरों, किसानों, बुनकरों, रेलवे कर्मचारियों, कपड़ा मिल मजदूरों, बिजली कर्मचारियों एवं डिफेंसकर्मियों के बीच ट्रेड यूनियन बनाकर विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्हें संगठित करने का ऐतिहासिक काम किया। इसी क्रम में वह मजदूरों के सर्वप्रिय और सर्वमान्य नेता बन गये। 1994 में वह मजदूरों के सबसे बड़े संगठनों में एक आल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के पटना अधिवेशन में जब तत्कालीन महासचिव कामरेड इन्द्रजीत गुप्ता भाकपा महासचिव बन चुके थे, उस समय कामरेड बर्धन ने एटक की जिम्मेदारी संभाली। 1996 में इन्द्रजीत गुप्ता के भारत के गृह मंत्री बनने के बाद कामरेड बर्धन भाकपा के महासचिव बने और 2012 तक इस पद पर कार्य करते रहे।
कामरेड ए.बी. बर्धन का पार्थिव शरीर 4 जनवरी को प्रातः 10 बजे भाकपा के मुख्यालय अजय भवन दिल्ली में लाया गया। हजारों कार्यकर्ताओं द्वारा कामरेड ए.बी. बर्धन को लाल सलाम कहते हुए श्रद्धांजलि देने का सिलसिला दोपहर दो बजे तक चलता रहा। इस बीच उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, केन्द्रीय वित्त मंत्री भाजपा नेता अरूण
जेटली, केन्द्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, पूर्व महासचिव प्रकाश कारात, वृंदा कारात, हन्नान मुल्ला, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, जनता दल(यू) के अध्यक्ष शरद यादव, तमिलनाडु के एमडीएमके नेता वाईको, टीएमसी नेता मुकुल रॉय, तमिल मनिला कांग्रेस के नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री वासन, पूर्व रेल मंत्री व कांग्रेस नेता अधीर रंजन चैधरी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री नारायण स्वामी, उत्तर प्रदेश के मंत्री बलवंत रामुवालिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजद नेता प्रेम गुप्ता, आरएसपी नेता अबनी रॉय, फरवर्ड ब्लाक नेता देवराजन, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर (कम्युनिस्ट), भाकपा-माले नेता कविता कृष्णनन, भारत की गदर कम्युनिस्ट पार्टी, पूर्व प्रधानमंत्री वी पी सिंह की पत्नी सीता सिंह एवं पुत्र अजय सिंह, कांग्रेस सांसद एवं अभिनेता राजब्बर, कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं नेताओं पुष्पचक्र अर्पित कर कामरेड बर्धन को श्रद्धासुमन पेश किया।
एटक नेता गुरूदास दासगुप्ता, एचएमएस नेता शिव गोपाल मिश्र, सीटू नेता तपन सेन, अखिल भारतीय किसान सभा महासचिव अतुल कुमार अनजान, भारतीय राष्ट्रीय महिला फेडरेशन महासचिव एनी राजा, अखिल भारतीय नौजवान सभा अध्यक्ष आफताब अहमद एवं तिरूमलाई, आल इंडिया स्टुडेंट्स फेडरेशन के अध्यक्ष वली उल्ला कादरी, भारतीय खेत मजदूर यूनियन महासचिव नागेन्द्र ओझा, शांति एवं एकजुटला सगठन महासचिव पल्लब सेनगुप्ता, ऑल इण्डिया तंज़ीम ए इन्साफ की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सय्यद अज़ीज़ पाशा, जनरल सेक्रेटरी डॉ अयूब अली खान और अमीक़ जामेई, एआईबीईए आल इण्डिया बैंक इम्प्लाइज़ एसोसिएशन के महसचिव सी एच वेंकटचलम और अध्यक्ष कॉमरेड राजन नगर, एआईबीओए की ओर से इसके अध्यक्ष एस एस सिसोदिया और महासचिव कॉमरेड एस नागराजन, प्रगतिशील लेखक संघ की ओर से विश्वनाथ त्रिपाठी, अली जावेद, अखिल भारतीय इलेक्टिसिटी ईम्पलाईज फेडरेशन महासचिव मोहन शर्मा एवं सदरूद्दीन राणा सहित दर्जनों संगठनों की ओर से अपनी हार्दिक संवेदनाएं पार्थिव शरीर पर पुष्पगुच्छ रखकर अर्पित की।
लगभग तीन बजे दिल्ली के निगमबोध घाट पर हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं, समर्थकों, राजनीतिक सहयोगियों भाकपा महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी, गुरूदास दासगुप्ता, अमरजीत कौर, डी. राजा, पन्नियन रविन्द्रन, शमीम फैजी, रमेन्द्र कुमार, डा. नारायणा, अतुल कुमार अनजान, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, पूर्व महासचिव प्रकाश कारात और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आशुतोष, संजय सिंह, पूर्व सांसद दिल्ली किशोरलाल की उपस्थिति में साथी बर्धन विद्युत शवदाह गृह में गगनभेदी नारों के बीच में अंतिम विदाई दे दी गई।
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