हम तो मोदी को जान गये हैं, मोदी ने आरएसएस को भी बिल्कुल बेपर्द कर दिया है
हम तो मोदी को जान गये हैं, मोदी ने आरएसएस को भी बिल्कुल बेपर्द कर दिया है
हम तो मोदी को जान गये है।
कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले के दर्शनशास्त्री हैंस स्लगा ने डोनाल्ड ट्रंप के बारे में पूछा है कि "डोनाल्ड ट्रंप कौन है और उसके क्या विचार है ? क्या हम जानते हैं? क्या वह ख़ुद भी जानता है ?"
इसके साथ ही वे कहते हैं कि
"हमारे गणतंत्र के प्रारंभ के दिनों से जिन मूल्यों ने हमारा दिशा निर्देशन किया, उन्हें अब गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इसके मूल में सत्ता की सनक और धन के बदले राजनीतिक शक्ति की बिक्री है।"
आज जब सारी दुनिया में और हमारे देश में भी एक नितांत विवेकहीन और अकर्मण्य व्यक्ति के रूप में प्रधानमंत्री मोदी के बारे में चर्चा चल रही है, उस समय स्लगा ने ट्रंप के बारे में जो कहा है, आंशिक तौर पर वह हमारे देश पर भी लागू होता है।
कोई यदि यह कहे कि मोदी क्या है, इसे कोई नहीं जानता। ख़ुद मोदी भी नहीं। तो यह कहना सही नहीं होगा। मोदी ने तो इन तीन सालों में सिर्फ खुद को ही नहीं, हमेशा रहस्यों के सात पर्दों के पीछे छिप कर काम करने वाले आरएसएस को भी बिल्कुल बेपर्द कर दिया है। उनकी गाय, गोबर, गोमूत्र और 'हार्वर्ड नहीं, हार्ड वर्क' वाली तमाम बातों और गोरक्षा से लेकर नोटबंदी तक की करतूतों और ट्रौल सेना की सरदारी से अब भारतीय राजनीति में सक्रिय इस समूह की आदिमता पर किसी को कोई संदेह नहीं रह गया है।
लेकिन, स्लगा की दूसरी बात हमें सचमुच ऐसी लगती है जैसे वे भारत की आज की राजनीति पर ही कोई टिप्पणी कर रहे हो :
"हमारे गणतंत्र के प्रारंभ के दिनों से जिन मूल्यों ने हमारा दिशा निर्देशन किया, उन्हें अब गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इसके मूल में सत्ता की सनक और धन के बदले राजनीतिक शक्ति की बिक्री है। ",
https://lareviewofbooks.org/entitled-opinions/hans-sluga-donald-j-trump


