आज

मौसम की

पहली बारिश है

झमक कर

पड़ रहीं हैं बूँदें

अभी तुम

अचानक से

थाम लोगी

किसी

फ़ूल का हाथ

और यूँ ही

शरारत से

कुछ पल ठहर कर

बुझा कर हौले से

हसीन लम्हा

टप्प से कूद जाओगी

बगैर सोचे

कि

हर बरसात में

फिर

तुम्हें ही ढूँढता

फिरेगा

इक बावला मौसम

डॉ कविता अरोरा

First rain of the season today