इस निर्वस्त्र औरत की आड़ में चल रहे हैं इक भीड़ के  नंगे सच
Uncategorized

इस निर्वस्त्र औरत की आड़ में चल रहे हैं इक भीड़ के नंगे सच

शब्द | साहित्यिक कलरव | हस्तक्षेप सच यह है  जो दिन के  उजालों में  सरेआम  दौड़ा रहे हैं  उसे  दरअसल  वो खुद ही  बेहद डरे हुए हैं  इस निर्वस्त्र औरत...

Share it