धूमधाम से मनी महान योद्धा सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार की जयंती
कौन थे सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार ? चंबल अंचल के लिए सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार का योगदान क्या है?

जन्मदिन पर याद किए गए महान योद्धा सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार
अतुलनीय है चंबल अंचल के लिए सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार का योगदान
इटावा (उत्तर प्रदेश) 15 जुलाई 2024. चंबल संग्रहालय, पंचनद द्वारा चंबल अंचल की महान विभूति सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार को उनके जन्मदिन पर लोहिया गांव में शिद्दत से याद किया गया।
कौन थे सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार ?
सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार ने 28 वर्ष सेना में रहते हुए 1962, 1965, 1971 तीन युद्धों में दुश्मन से लोहा लेते हुए अपना पराक्रम दिखाया जिसके लिए उन्हें सेना की तरफ से कई पदक देकर सम्मानित किया गया।
सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार के जन्मदिन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में लोहिया ग्राम में बड़ी संख्या में चंबल अंचल के लोग जुटे। सुबह 9 बजे सूबेदार साहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
वक्ताओं ने सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनके जीवन की हर बात आज के युवाओं को देशभक्ति और समाज में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार में देश भक्ति की भावना बचपन से थी। भारतीय सेना रहते हुए एनसीसी, इटावा में तैनाती के दौरान लाल सेना के कमांडर और समाजवादी नेता और तत्कालीन सांसद अर्जुन सिंह भदौरिया के क्रांतिकारी विचारों से प्रभावित होकर निकट संपर्क में आए। इमरजेन्सी के दौरान कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया और उनकी धर्मपत्नी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और तत्कालीन राज्यसभा सांसद सरला भदौरिया और पुत्र सुधीन्द्र भदौरिया 19 माह तक जेल में बन्द रहे। तब भी सूबेदार का पत्र के जरिये जुड़ाव बना रहा।
भारतीय सेना से 1976 में रिटायर होने के बाद सूबेदार ने अपना पूरा समय तत्कालीन तानाशाही सत्ता के खिलाफ चली मुहिम में कमांडर के अग्रिम दस्ते में शामिल हुए और ताउम्र देश निर्माण का संकल्प बना रहा। सूबेदार को चंबल अंचल में समाज की बेहतरी के लिए कार्य करने से खासी लोकप्रियता मिली।
सूबेदार शिवनाथ सिंह परिहार की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में प्रकाश बाथम, शीलेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट, राजबहादुर यादव, चन्द्रोदय सिंह चौहान, शैलेन्द्र सिंह परिहार, डॉ. शाह आलम राना आदि ने संबोधित किया और संचालन डॉ. कमल कुमार कुशवाहा ने किया।
इस अवसर पर अमर सिंह तोमर, अनिकेत, धर्मेंद्र सिकरवार, तेज प्रताप का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के दौरान मिष्ठान वितरण के बाद सूबेदार की स्मृति में लाल सेना स्मारक पर 100 पौधे रोपित किए गए।
The birth anniversary of the great warrior Subedar Shivnath Singh Parihar was celebrated with great pomp
(15-07-2024)


