भोपाल, 2 मार्च। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित विभिन्न स्थानों पर सभाओं, धरना व जुलूसों पर रोक लगाने के लिए किए गए प्रावधानों के खिलाफ वामपंथी दलों सहित विभिन्न संगठनों ने प्रदेश व्यापी 'लोकतंत्र बचाओ' आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया है।
इस प्रदेश व्यापी 'लोकतंत्र बचाओ' आंदोलन की शुरुआत तीन मार्च को साझा सम्मेलन से होने जा रही है।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी (माकपा) के प्रदेश सचिव बादल सरोज ने एक बयान जारी कर कहा है कि राज्य में सभाओं, धरनों, जुलूसों सहित लोकतांत्रिक ढंग से प्रतिरोध की सारी अभिव्यक्तियों पर रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

श्री सरोज ने कहा कि कानूनी प्रावधानों के बिना राज्य के विभिन्न स्थानों पर धारा 144 के अलावा धारा 133 तक का उपयोग किया जा रहा है। इसके खिलाफ प्रदेश के लोकतंत्र हिमायती विभिन्न संगठनों ने लोकतंत्र बचाओ आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है।
श्री सरोज ने बताया कि तीन मार्च को भोपाल के गांधी भवन में एक साझा सम्मेलन होने जा रहा है।
सम्मेलन में सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश फैजानुद्दीन, प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव एस.सी. बेहार, पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं पूर्व कुलपति के.एस. ढिल्लों, वरिष्ठ पत्रकार एवं राष्ट्रीय सेक्युलर मंच के एल.एस. हरदेनिया भी हिस्सा लेंगे।
'लोकतंत्र बचाओ' आंदोलन सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार राजेश जोशी करेंगे।
श्री सरोज ने बताया है कि इस सम्मेलन को पूर्व सांसद तथा माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य सुभाषिणी अली के अलावा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), एसयूसीआई (सी) तथा भाकपा (माले) लिबरेशन के नेता भी संबोधित करेंगे। सम्मेलन में प्रदेशभर के प्रतिनिधि शामिल होने वाले हैं।