बड़ी और खतरनाक खबर : ऑपरेशन सिंदूर में राजनीतिक दबाव के चलते भारत ने गंवाए विमान ? – नौसेना अधिकारी
भारतीय नौसेना के एक अधिकारी कैप्टन शिव कुमार के हवाले से एक मीडिया आउटलेट ने खुलासा किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राजनीतिक दबाव के कारण भारत ने लड़ाकू विमान गंवाए।;
नौसेना अधिकारी के बयान से मचा बवाल – ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने राजनीतिक दबाव में विमान गंवाए
-
- सरकार ने एयरफोर्स को पाकिस्तानी ठिकानों पर हमला करने से रोका
- कांग्रेस का आरोप – सरकार ने देश को अंधेरे में रखा
- पवन खेड़ा ने की संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग
The loss of Indian planes in Operation Sindoor was attributed to political interference.
भारतीय नौसेना के एक अधिकारी कैप्टन शिव कुमार के हवाले से एक मीडिया आउटलेट ने खुलासा किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राजनीतिक दबाव के कारण भारत ने लड़ाकू विमान गंवाए। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली, 29 जून 2025. भारतीय सेना की कार्यशैली और राजनीतिक नेतृत्व की भूमिका पर एक गंभीर सवाल खड़ा करने वाली चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इंडोनेशिया में तैनात भारतीय नौसेना के डिफेंस अटैच कैप्टन शिव कुमार ने एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में यह स्वीकार किया है कि "ऑपरेशन सिंदूर" के दौरान भारत ने राजनीतिक दबाव के चलते अपने लड़ाकू विमान खोए।
द वायर की एक रिपोर्ट के अनुसार 10 जून को इंडोनेशिया के यूनिवर्सिटास दिर्गंतारा मार्सेकल सूर्यादर्मा (Universitas Dirgantara Marsekal Suryadarma) में 'वायु शक्ति के नज़रिए से पाकिस्तान-भारत हवाई युद्ध और इंडोनेशिया की पूर्वानुमानी रणनीतियों के विश्लेषण' ( ‘Analysis of the Pakistan–India Air Battle and Indonesia’s Anticipatory Strategies from the Perspective of Air Power’) विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया था। इस सेमिनार में, कैप्टन (आईएन) शिव कुमार ने अपने 35 मिनट के प्रस्तुतीकरण में स्वीकार किया कि हालांकि वे (एक पूर्व इंडोनेशियाई वक्ता के दावे से) सहमत नहीं हो सकते कि हमने इतने विमान खो दिए, लेकिन यह सच है कि हमने कुछ विमान खोए थे।
कैप्टन शिव कुमार के मुताबिक, मोदी सरकार के स्पष्ट निर्देश थे कि भारतीय वायुसेना पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों या उनकी वायु सुरक्षा प्रणालियों पर हमला नहीं करेगी। इस रणनीति का उद्देश्य परमाणु संघर्ष को टालना था, मानो पाकिस्तान भी ऐसी ही संयम की नीति अपनाएगा। लेकिन वास्तविकता इसके उलट रही — पाकिस्तान ने भारत के विमानों को निशाना बनाया, और भारत को विमानन हानि उठानी पड़ी।
पवन खेड़ा का बड़ा आरोप: "सरकार ने देश को गुमराह किया"
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने इस ख़ुलासे पर मोदी सरकार को सीधे तौर पर घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा :
“मोदी सरकार ने शुरू से ही देश को गुमराह किया है – उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे विमान खोने की सच्चाई को छिपाया।"
पवन खेड़ा ने आगे कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से सीधा समझौता है, जिसे सरकार अब छिपाने की कोशिश कर रही है क्योंकि कांग्रेस पार्टी सच्चाई जनता के सामने लाने की तैयारी कर रही है।
उन्होंने The Wire की रिपोर्ट साझा करते हुए यह भी लिखा कि 6/7 मई को एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने प्रेस ब्रीफिंग में केवल यही कहा था –
“हम युद्ध की स्थिति में हैं और क्षति होना इसका हिस्सा है।”
इसके बाद, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर के शांग्री-ला डायलॉग के दौरान ब्लूमबर्ग टीवी पर पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि भारत को वायु अभियान में क्षति उठानी पड़ी।
अब कैप्टन शिव कुमार का बयान इस पूरे मामले में एक बड़ा मोड़ है। उनका कहना है कि 7 मई 2025 की रात, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंक से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाया, तब हमें केवल राजनीतिक निर्देशों की वजह से अपने विमान खोने पड़े। हालांकि कैप्टन शिव कुमार आगे साफ कहते सुने जा सकते हैं कि पाकिस्तान के पीएम ने माना कि भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस के भारी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने पाकिस्तानी पीएम शहबाज़ शरीफ का वक्तव्य का वीडियो भी सुनवाया।
The Modi government has misled the nation from the start - failing to disclose the aircraft losses during Operation Sindoor. There were oblique references to losses in air combat on 6/7 May, during a briefing by the DG Air Ops (Air Marshal Awadhesh Kumar Bharti) when he said -… https://t.co/pRD30gAmI3
कांग्रेस ने फिर दोहराया : संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए
पवन खेड़ा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पूरी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि
“कोई आश्चर्य नहीं कि वे संसद के विशेष सत्र की मांग से भाग रहे हैं। उन्हें डर है कि यदि यह मुद्दा संसद में उठा, तो उनका झूठ और राष्ट्रीय सुरक्षा से किया गया समझौता जनता के सामने उजागर हो जाएगा।”
यह खबर न केवल रक्षा नीति पर सवाल उठाती है, बल्कि इस बात पर भी कि राजनीतिक नेतृत्व कितना और कैसे सैन्य अभियानों को प्रभावित करता है — और किस कीमत पर।
'IAF Lost Fighter Jets to Pak Because of Political Leadership’s Constraints’: Indian Defence Attachehttps://t.co/ADjPZWN35x
India lost planes in Operation Sindoor due to political pressure
इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास ने कैप्टन शिव कुमार के बयान पर दी सफाई, मीडिया रिपोर्ट्स को बताया 'भ्रामक'
इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास (India in Indonesia) ने रविवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया है, जिनमें भारत के रक्षा सलाहकार (डिफेंस अताशे) कैप्टन शिव कुमार के हालिया सेमिनार में दिए गए बयान को "गलत संदर्भ में" पेश किया गया था।
दूतावास ने स्पष्ट किया कि कैप्टन शिव कुमार के वक्तव्य को संदर्भ से हटाकर, तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया, जबकि उनका मूल उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों की लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत नागरिक नेतृत्व के प्रति प्रतिबद्धता और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रणनीति को रेखांकित करना था।
दूतावास ने कहा कि भारतीय सेना पूरी तरह से नागरिक नेतृत्व के अधीन काम करती है, जो भारतीय लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
बयान में यह भी स्पष्ट किया गया है कि कैप्टन शिव कुमार द्वारा अन्य देशों का उल्लेख केवल तुलनात्मक उद्देश्य से किया गया था और उसका आशय किसी देश की आलोचना करना नहीं था।
दूतावास ने यह भी संकेत दिया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सेमिनार की अन्य प्रमुख बातों से संबंधित अधिक जानकारी आने वाले दिनों में सार्वजनिक की जा सकती है।