Live news of the country and the world 22 November 2025 | Aaj Tak Live Aaj Tak Breaking News 22 November 2025 दिन भर की खबरें 22 नवंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं... 21 नवंबर की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें दिल्ली दंगा साज़िश केस: उमर खालिद–शरजील इमाम की ज़मानत पर दिल्ली पुलिस का कड़ा विरोध दिल्ली दंगों की कथित साज़िश से जुड़े मामले में उमर खालिद, शरजील इमाम सहित कई आरोपियों की ज़मानत याचिकाओं पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान एएसजी राजू ने अदालत में जोरदार विरोध दर्ज कराया। उन्होंने अदालत को बताया कि दंगों में 53 लोगों की मौत, 513 घायलों और व्यापक हिंसा की पृष्ठभूमि के चलते UAPA की गंभीर धाराएँ लगाई गई हैं, जिनमें धारा 16(1)(a) भी शामिल है, जिसके तहत अधिकतम सज़ा मौत तक हो सकती है। एएसजी राजू ने दलील दी कि चार्जशीट पर संज्ञान लेने के आदेश को किसी ने चुनौती नहीं दी है और UAPA की धारा 43D(5) के तहत आरोपी ज़मानत के हकदार नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि सबूत—वीडियो, प्रोटेक्टेड गवाहों के बयान और कथित मनी ट्रेल—एक व्यापक साज़िश की ओर इशारा करते हैं, जिसका उद्देश्य हिंसा फैलाना और आवश्यक सेवाओं को बाधित करना था। राजू ने कहा कि चांदबाग और जामिया इलाक़ों में हुई घटनाओं में योजनाबद्ध तरीके से CCTV कैमरे तोड़े गए, भीड़ जुटाई गई और पुलिस पर घातक हमले किए गए, जिनमें हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल और IB अधिकारी अंकित शर्मा की मौत हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि वित्तीय मदद शेल कंपनियों और संगठनों के ज़रिए जुटाई गई, और कई आरोपी इससे सीधे जुड़े रहे। सुनवाई के दौरान जस्टिस अरविंद कुमार ने कई बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा। बचाव पक्ष ने तर्क दिया कि वे मेरिट पर नहीं जा रहे और विस्तृत जवाब के लिए अतिरिक्त समय की मांग की। अदालत अब सोमवार को लंच के बाद आगे की सुनवाई करेगी, जबकि कुछ पक्षकारों ने अनुमान जताया कि बहस मंगलवार तक चल सकती है। संसद से 2020 में पास हुए लेबर कानून शुक्रवार से लागू हो गए लंबे समय से रुके हुए चार लेबर कानून, जिन्हें संसद ने 2020 में पास किया था, शुक्रवार (21 नवंबर, 2025) से लागू हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर एक पोस्ट में कहा, “आज, हमारी सरकार ने चार लेबर कोड लागू कर दिए हैं। यह आज़ादी के बाद से सबसे बड़े और आगे बढ़ने वाले लेबर-ओरिएंटेड सुधारों में से एक है। यह हमारे वर्कर्स को बहुत मज़बूत बनाता है। यह नियमों का पालन करना भी काफी आसान बनाता है और ‘ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस’ को बढ़ावा देता है।” नीतीश ने BJP को अहम विभाग दिए; सम्राट चौधरी के पास होम डिपार्टमेंट होगा बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने दो दशकों में पहली बार, नीतीश कुमार ने होम डिपार्टमेंट और दूसरे अहम विभाग अपनी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को दे दिए हैं, जो इस महीने की शुरुआत में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। नीतीश कुमार ने शुक्रवार को 26 मंत्रियों को विभाग बांटे, जिनमें से 46% का क्रिमिनल रिकॉर्ड है, जबकि 88% करोड़पति हैं। उपेंद्र कुशवाहा की आलोचना और विकल्प पर सफाई: निर्णय क्यों था अपरिहार्य राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी में उठ रही हलचल और उनके बेटे को मंत्री बनाए जाने के हालिया फैसले पर आई आलोचनाओं का संक्षिप्त लेकिन स्पष्ट जवाब देते हुए कहा है कि मौजूदा परिस्थितियों में लिया गया उनका निर्णय पार्टी को टूटने और फिर से शून्य पर पहुंचने से बचाने के लिए अनिवार्य था। एक्स पर उन्होंने लिखा कि पार्टी के फैसले पर जहाँ कुछ प्रतिक्रियाएँ उत्साहवर्धक हैं, वहीं अनेक आलोचनाएँ भी सामने आई हैं—कुछ स्वस्थ, तो कुछ पूर्वाग्रह से भरी हुई। स्वस्थ आलोचकों के आरोपों का उल्लेख करते हुए कुशवाहा ने कहा कि यदि उनके कदम को परिवारवाद माना गया है तो उसकी वजहों को समझना चाहिए, क्योंकि पार्टी को बचाने के लिए यह “कड़वा मगर ज़रूरी” निर्णय था। कुशवाहा ने स्वीकार किया कि अतीत में पार्टी के विलय जैसे कठिन फैसलों ने संगठन को नुकसान पहुँचाया और उसे दुबारा शून्य पर ला खड़ा किया था। इसलिए इस बार ऐसा जोखिम नहीं लेने का निर्णय लिया गया। अपने शब्दों में उन्होंने कहा कि कई बार नेतृत्व को अपनी लोकप्रियता दांव पर रखकर भी बड़े निर्णय लेने पड़ते हैं। पूर्वाग्रह से ग्रसित आलोचकों पर उन्होंने तीखा तंज कसते हुए लिखा— “सवाल ज़हर का नहीं था, वो तो मैं पी गया… तकलीफ़ उन्हें इस बात से है कि मैं फिर से जी गया।” दीपक प्रकाश के चयन पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि प्रकाश मेहनती हैं, योग्य हैं और समय मिलने पर खुद को साबित करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की क्षमता का आंकलन उसकी जाति या परिवार नहीं, बल्कि उसकी योग्यता से होना चाहिए। पोस्ट के अंत में उन्होंने समर्थकों और आलोचकों—दोनों का आभार व्यक्त किया। शुरू हुआ भारतीय कला महोत्सव राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सिकंदराबाद के राष्ट्रपति निलयम में भारतीय कला महोत्सव के दूसरे एडिशन का उद्घाटन किया। नौ दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल में गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, दादरा और नगर हवेली, और दमन और दीव की समृद्ध और अलग-अलग तरह की सांस्कृतिक विरासत दिखाई जाएगी। इस अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे इवेंट्स अलग-अलग इलाकों में रहने वाले नागरिकों को एक-दूसरे को समझने में मदद करते हैं और यह समझ हमारे नज़रिए को बड़ा बनाती है। ये इवेंट्स हमारी सांस्कृतिक विरासत के लिए सम्मान भी बढ़ाते हैं और हमें इसे बचाने के लिए प्रेरित करते हैं। भारतीय कला महोत्सव 22 से 30 नवंबर, 2025 तक सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक आम लोगों के लिए खुला...
Live news of the country and the world 22 November 2025 | Aaj Tak Live Aaj Tak Breaking News 22 November 2025 दिन भर की खबरें 22 नवंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं... 21 नवंबर की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें दिल्ली दंगा साज़िश केस: उमर खालिद–शरजील इमाम की ज़मानत पर दिल्ली पुलिस का कड़ा विरोध दिल्ली दंगों की कथित साज़िश से जुड़े मामले में उमर खालिद, शरजील इमाम सहित कई आरोपियों की ज़मानत याचिकाओं पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान एएसजी राजू ने अदालत में जोरदार विरोध दर्ज कराया। उन्होंने अदालत को बताया कि दंगों में 53 लोगों की मौत, 513 घायलों और व्यापक हिंसा की पृष्ठभूमि के चलते UAPA की गंभीर धाराएँ लगाई गई हैं, जिनमें धारा 16(1)(a) भी शामिल है, जिसके तहत अधिकतम सज़ा मौत तक हो सकती है। एएसजी राजू ने दलील दी कि चार्जशीट पर संज्ञान लेने के आदेश को किसी ने चुनौती नहीं दी है और UAPA की धारा 43D(5) के तहत आरोपी ज़मानत के हकदार नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि सबूत—वीडियो, प्रोटेक्टेड गवाहों के बयान और कथित मनी ट्रेल—एक व्यापक साज़िश की ओर इशारा करते हैं, जिसका उद्देश्य हिंसा फैलाना और आवश्यक सेवाओं को बाधित करना था। राजू ने कहा कि चांदबाग और जामिया इलाक़ों में हुई घटनाओं में योजनाबद्ध तरीके से CCTV कैमरे तोड़े गए, भीड़ जुटाई गई और पुलिस पर घातक हमले किए गए, जिनमें हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल और IB अधिकारी अंकित शर्मा की मौत हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि वित्तीय मदद शेल कंपनियों और संगठनों के ज़रिए जुटाई गई, और कई आरोपी इससे सीधे जुड़े रहे। सुनवाई के दौरान जस्टिस अरविंद कुमार ने कई बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा। बचाव पक्ष ने तर्क दिया कि वे मेरिट पर नहीं जा रहे और विस्तृत जवाब के लिए अतिरिक्त समय की मांग की। अदालत अब सोमवार को लंच के बाद आगे की सुनवाई करेगी, जबकि कुछ पक्षकारों ने अनुमान जताया कि बहस मंगलवार तक चल सकती है। संसद से 2020 में पास हुए लेबर कानून शुक्रवार से लागू हो गए लंबे समय से रुके हुए चार लेबर कानून, जिन्हें संसद ने 2020 में पास किया था, शुक्रवार (21 नवंबर, 2025) से लागू हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर एक पोस्ट में कहा, “आज, हमारी सरकार ने चार लेबर कोड लागू कर दिए हैं। यह आज़ादी के बाद से सबसे बड़े और आगे बढ़ने वाले लेबर-ओरिएंटेड सुधारों में से एक है। यह हमारे वर्कर्स को बहुत मज़बूत बनाता है। यह नियमों का पालन करना भी काफी आसान बनाता है और ‘ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस’ को बढ़ावा देता है।” नीतीश ने BJP को अहम विभाग दिए; सम्राट चौधरी के पास होम डिपार्टमेंट होगा बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने दो दशकों में पहली बार, नीतीश कुमार ने होम डिपार्टमेंट और दूसरे अहम विभाग अपनी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को दे दिए हैं, जो इस महीने की शुरुआत में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। नीतीश कुमार ने शुक्रवार को 26 मंत्रियों को विभाग बांटे, जिनमें से 46% का क्रिमिनल रिकॉर्ड है, जबकि 88% करोड़पति हैं। उपेंद्र कुशवाहा की आलोचना और विकल्प पर सफाई: निर्णय क्यों था अपरिहार्य राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी में उठ रही हलचल और उनके बेटे को मंत्री बनाए जाने के हालिया फैसले पर आई आलोचनाओं का संक्षिप्त लेकिन स्पष्ट जवाब देते हुए कहा है कि मौजूदा परिस्थितियों में लिया गया उनका निर्णय पार्टी को टूटने और फिर से शून्य पर पहुंचने से बचाने के लिए अनिवार्य था। एक्स पर उन्होंने लिखा कि पार्टी के फैसले पर जहाँ कुछ प्रतिक्रियाएँ उत्साहवर्धक हैं, वहीं अनेक आलोचनाएँ भी सामने आई हैं—कुछ स्वस्थ, तो कुछ पूर्वाग्रह से भरी हुई। स्वस्थ आलोचकों के आरोपों का उल्लेख करते हुए कुशवाहा ने कहा कि यदि उनके कदम को परिवारवाद माना गया है तो उसकी वजहों को समझना चाहिए, क्योंकि पार्टी को बचाने के लिए यह “कड़वा मगर ज़रूरी” निर्णय था। कुशवाहा ने स्वीकार किया कि अतीत में पार्टी के विलय जैसे कठिन फैसलों ने संगठन को नुकसान पहुँचाया और उसे दुबारा शून्य पर ला खड़ा किया था। इसलिए इस बार ऐसा जोखिम नहीं लेने का निर्णय लिया गया। अपने शब्दों में उन्होंने कहा कि कई बार नेतृत्व को अपनी लोकप्रियता दांव पर रखकर भी बड़े निर्णय लेने पड़ते हैं। पूर्वाग्रह से ग्रसित आलोचकों पर उन्होंने तीखा तंज कसते हुए लिखा— “सवाल ज़हर का नहीं था, वो तो मैं पी गया… तकलीफ़ उन्हें इस बात से है कि मैं फिर से जी गया।” दीपक प्रकाश के चयन पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि प्रकाश मेहनती हैं, योग्य हैं और समय मिलने पर खुद को साबित करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की क्षमता का आंकलन उसकी जाति या परिवार नहीं, बल्कि उसकी योग्यता से होना चाहिए। पोस्ट के अंत में उन्होंने समर्थकों और आलोचकों—दोनों का आभार व्यक्त किया। शुरू हुआ भारतीय कला महोत्सव राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सिकंदराबाद के राष्ट्रपति निलयम में भारतीय कला महोत्सव के दूसरे एडिशन का उद्घाटन किया। नौ दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल में गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, दादरा और नगर हवेली, और दमन और दीव की समृद्ध और अलग-अलग तरह की सांस्कृतिक विरासत दिखाई जाएगी। इस अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे इवेंट्स अलग-अलग इलाकों में रहने वाले नागरिकों को एक-दूसरे को समझने में मदद करते हैं और यह समझ हमारे नज़रिए को बड़ा बनाती है। ये इवेंट्स हमारी सांस्कृतिक विरासत के लिए सम्मान भी बढ़ाते हैं और हमें इसे बचाने के लिए प्रेरित करते हैं। भारतीय कला महोत्सव 22 से 30 नवंबर, 2025 तक सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक आम लोगों के लिए खुला...