देश दुनिया की लाइव खबरें 7 नवंबर 2025 | Aaj Tak Live

दिन भर की खबरें 7 नवंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं..;

By :  Hastakshep
Update: 2025-11-07 00:20 GMT

Live news of the country and the world 7 November 2025 | Aaj Tak Live

Aaj Tak Breaking News 7 November 2025

दिन भर की खबरें 7 नवंबर 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं..

6 नवंबर की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें

तेजस्वी बोले – बिहार ने बदलने की ठान ली है! अब अंधकार नहीं, विकास की सरकार

बिहार के पहले चरण के मतदान के बाद महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने एक्स पर एक भावुक अपील की है।

तेजस्वी ने कहा कि बिहार ने 20 साल के अंधकार को मिटाने के लिए मतदान किया है।

उन्होंने दावा किया कि इस बार जनता हर घर और हर हृदय से एक ही आवाज़ उठा रही है – “नई युवा सरकार लायेंगे।”

महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों के जोश को सलाम करते हुए तेजस्वी ने कहा कि महापरिवर्तन की लहर अब रुकने वाली नहीं।

उन्होंने बिहारवासियों से 11 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान में भी आशीर्वाद देने की अपील की।

तेजस्वी ने वादा किया कि अगर जनता मौका देगी तो अगले पाँच सालों में बिहार इतना खुशहाल बनेगा कि 14 नवंबर को लोग “विकास का पर्व” मनाएंगे।

जय हिन्द। जय बिहार।

ज्ञानेश कुमार पर राहुल गांधी का सीधा हमला-

कल देर रात प्रियंका गांधी के एक भाषण की क्लिप सोशल मीडिया एक्स पर साझा करते हुए राहुल गांधी ने लिखा-

"भारत के मेरे युवा और Gen Z साथियों,

कल ही मैंने सबूतों के साथ साबित किया था कि कैसे हरियाणा में वोट चोरी के ज़रिए सरकार चोरी की गई, और एक पूरे राज्य का जनमत छीन लिया गया।

कुछ दिनों पहले बिहार में मैंने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ भी की थी, ताकि जनता को SIR के माध्यम से बड़े पैमाने पर मतदाता सूची में हो रही हेराफेरी के बारे में जागरूक किया जा सके।

आज, बिहार के कोने-कोने से आ रही खबरें और वीडियो वोट चोरी के सबूतों की कड़ी को और मज़बूत कर रहे हैं।

पहले ही लाखों मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए थे, अब मतदान केंद्रों पर भी लोगों को वोट देने से रोका जा रहा है।

वहीं, BJP के कई नेता और कार्यकर्ता, जिन्होंने दूसरे प्रदेशों के चुनावों में वोट डाला था, आज बिहार में भी वोट दे रहे हैं।

याद रखिए, जो सरकार वोट चोरी से बनती है, वो कभी युवाओं, Gen Z और आम जनता के हित में काम नहीं करती।

और जान लीजिए, आपके लोकतंत्र की इस हत्या के मुख्य ज़िम्मेदार हैं:

ज्ञानेश कुमार

सुखबीर सिंह संधू

विवेक जोशी

ये चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारी हैं, मगर यही संविधान और लोकतंत्र के साथ सबसे बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं।

जिन्हें बनाया गया था मताधिकार का पहरेदार,

वही बन गए हैं आपके भविष्य की चोरी में साझेदार।"

बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 64% से ज़्यादा मतदान

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि गुरुवार (6 नवंबर, 2025) को बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान समाप्त होने तक अनंतिम रूप से 64.46% मतदान दर्ज किया गया।

उन्होंने बताया कि इस चरण में कुल 3.75 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र थे, जो 1,314 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे।

उन्होंने बताया कि 45,341 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ, जिनमें से 36,733 ग्रामीण क्षेत्रों में थे।

CJI गवई भड़के! कहा – सरकार मेरी बेंच से बच रही है | सुप्रीम कोर्ट में केंद्र पर सख्त टिप्पणी

सुप्रीम कोर्ट के अंदर गुरुवार 6 नवंबर को ऐसा क्षण आया जब भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने खुद केंद्र सरकार पर तीखी नाराज़गी जताई।

मामला था ट्रिब्यूनल रिफॉर्म्स एक्ट, 2021 की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं का।

केंद्र सरकार ने एक बार फिर सुनवाई स्थगित करने की मांग की — लेकिन CJI गवई भड़क उठे।

उन्होंने कहा कि सरकार उनकी अध्यक्षता वाली बेंच से बचने की कोशिश कर रही है क्योंकि उनकी सेवानिवृत्ति में अब कुछ ही दिन बचे हैं।

CJI ने दो टूक कहा – “हम पहले ही दो बार समायोजित कर चुके हैं, अब और नहीं। अदालत के लिए यह बहुत अनुचित है।”

उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर अटॉर्नी जनरल सोमवार को पेश नहीं होते हैं, तो अदालत स्वयं फैसला सुरक्षित रखेगी।

यह बयान ऐसे समय आया है जब खुद CJI ने पहले भी संकेत दिया था कि केंद्र सरकार उनकी बेंच से फैसला आने से रोकना चाहती है।

क्या यह न्यायपालिका बनाम कार्यपालिका की नई टकराहट की शुरुआत है? पूरी रिपोर्ट देखिए।

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Live Updates
2025-11-07 13:18 GMT

नेता विपक्ष राहुल गांधी के हरियाणा वोट चोरी खुलासे के बाद, यबथ कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिब के नेतृत्व में भारतीय युवा कांग्रेस ने📍नई दिल्ली में BJP और चुनाव आयोग की मिलीभगत के खिलाफ ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया!

2025-11-07 13:07 GMT

गोवा में एसआईआर प्रक्रिया पर (AAP) प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की; आयोग ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया

गोवा में SIR को लेकर आम आदमी पार्टी AAP के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय चुनाव आयोग से आज मुलाकात की। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी की गोवा प्रभारी आतिशी ने कहा कि आयोग ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।

आतिशी ने कहा, "आज चुनाव आयोग के साथ हमारी बैठक गोवा में चल रही एसआईआर प्रक्रिया को लेकर थी... हालाँकि, हमारे लिए यह बहुत चिंता की बात है कि गोवा में अभी जिला पंचायत चुनाव चल रहे हैं। जिला पंचायत चुनाव 13 दिसंबर को होने हैं... चुनाव प्रक्रिया के दौरान, सभी राजनीतिक दलों की मशीनरी चुनाव प्रक्रिया और प्रचार में शामिल होगी। किसी भी राजनीतिक दल के पास एसआईआर प्रक्रिया की निगरानी करने का समय नहीं होगा... जिला पंचायत चुनाव तीन हफ्ते बाद हो सकते थे। एसआईआर प्रक्रिया तीन हफ्ते बाद शुरू हो सकती थी। लेकिन ऐसी क्या जल्दी आ गई कि गोवा में एसआईआर प्रक्रिया और जिला पंचायत चुनाव एक ही समय में, बिल्कुल एक ही चुनावी मशीनरी के साथ इतनी जल्दबाजी में कराए जा रहे हैं?... चुनाव आयोग ने एक बहुत ही विस्तृत प्रक्रिया स्थापित की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसी का नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में गलत है या नहीं, और अगर उन्हें गलत तरीके से शामिल किया जाता है, तो उन्हें नोटिस भेजा जाएगा... लेकिन एसआईआर सर्कुलर में ऐसे किसी भी व्यक्ति की रिपोर्ट की चर्चा नहीं है जिसका नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची से बाहर है या जिसका नाम सूची में नहीं है। मसौदा मतदाता सूची... हमने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वह गलत तरीके से बाहर किए गए उन लोगों के लिए प्रावधान बनाए जिनके नाम गलती से सूची से छूट गए हैं..."

2025-11-07 12:54 GMT

मोदी ने हमेशा जनता को धोखा दिया- खरगे

गया टाउन, बिहार में एक चुनावी जनसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा-

"नरेंद्र मोदी कभी संविधान के हिसाब से नहीं चले और हमेशा जनता को धोखा दिया।

ये लोग देश के संविधान को ख़त्म करना चाहते हैं। अगर आप इनके झूठ में फंसे तो अपना बहुत बड़ा नुकसान कर बैठेंगे।

नरेंद्र मोदी कहते हैं- हमने महिलाओं को सम्मान दिया, उन्हें जागृत किया, लेकिन असलियत यह है कि आज महिलाओं और दलितों के साथ अत्याचार किया जा रहा है।"

2025-11-07 08:54 GMT

वंदे मातरम को लेकर खड़गे का मोदी-आरएसएस पर तीखा हमला | कांग्रेस की ऐतिहासिक यादें

वंदे मातरम’ की असली कहानी | खड़गे बोले – कांग्रेस ने जगाई थी देशभक्ति की लौ

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2025-11-07 08:52 GMT

“ज़मीन चोरी” का आरोप — राहुल ने उजागर किया: दलित-आरक्षित भूमि कैसे नीलाम हुई?

राहुल गांधी ने एक खबर का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए एक्स पर लिखा-

"महाराष्ट्र में ₹1800 करोड़ की सरकारी ज़मीन, जो दलितों के लिए आरक्षित थी, सिर्फ़ ₹300 करोड़ में मंत्री जी के बेटे की कंपनी को बेच दी गई।

ऊपर से स्टाम्प ड्यूटी भी हटा दी गई - मतलब एक तो लूट, और उसपर कानूनी मुहर में भी छूट!

ये है ‘ज़मीन चोरी’, उस सरकार की, जो खुद ‘वोट चोरी’ से बनी है। उन्हें पता है, चाहे जितना भी लूटें, वोट चोरी कर फिर सत्ता में लौट आएंगे।

न लोकतंत्र की परवाह, न जनता की, न दलितों के अधिकार की।

मोदी जी, आपकी चुप्पी बहुत कुछ कहती है -

क्या आप इसीलिए खामोश हैं क्योंकि आपकी सरकार उन्हीं लुटेरों पर टिकी है जो दलितों और वंचितों का हक़ हड़पते हैं?"

2025-11-07 08:00 GMT

राहुल गांधी का सीधा हमला: ‘ज्ञानेश कुमार लोकतंत्र की चोरी के गुनहगार!’

वोट चोरी पर नया बवाल

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2025-11-07 07:58 GMT

वंदे मातरम का गौरवशाली ध्वजवाहक रही है भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

सार्वजनिक रूप से पहली बार कब गाया था वंदे मातरम ? खड़गे ने बताया

राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वंदे मातरम का गौरवशाली ध्वजवाहक रही है। उन्होंने अपने बयान में कहा - "आज भारत के राष्ट्रीय गीत - वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं, जिसने हमारे राष्ट्र की सामूहिक आत्मा को जागृत किया और स्वतंत्रता का नारा बन गया। बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित, वंदे मातरम हमारी मातृभूमि, भारत माता, यानी भारत के लोगों की भावना का प्रतीक है, और भारत की एकता और विविधता का प्रतीक है।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वंदे मातरम का गौरवशाली ध्वजवाहक रही है। 1896 में कलकत्ता में कांग्रेस के अधिवेशन के दौरान, तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष रहमतुल्लाह सयानी के नेतृत्व में, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने पहली बार सार्वजनिक रूप से वंदे मातरम गाया था। उस क्षण ने स्वतंत्रता संग्राम में नई जान फूंक दी। कांग्रेस समझ गई कि ब्रिटिश साम्राज्य की फूट डालो और राज करो की नीति, धार्मिक, जातिगत और क्षेत्रीय पहचानों का दुरुपयोग करके, भारत की एकता को तोड़ने के लिए रची गई थी। इसके विरुद्ध, वंदे मातरम एक अडिग शक्ति के गीत के रूप में उभरा, जिसने सभी भारतीयों को भारत माता की भक्ति में एकजुट किया।

1905 में बंगाल विभाजन से लेकर हमारे वीर क्रांतिकारियों की अंतिम साँसों तक, वंदे मातरम पूरे देश में गूंजता रहा। यह लाला लाजपत राय के प्रकाशन का शीर्षक था, जर्मनी में फहराए गए भीकाजी कामा के झंडे पर अंकित था, और पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की क्रांति गीतांजलि में भी पाया जाता है। इसकी लोकप्रियता से भयभीत होकर, अंग्रेजों ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया, क्योंकि यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम की धड़कन बन गया था।

1915 में, महात्मा गांधी ने लिखा था कि वंदे मातरम "बंटवारे के दिनों में बंगाल के हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सबसे शक्तिशाली युद्धघोष बन गया था। यह एक साम्राज्यवाद-विरोधी नारा था। बचपन में, जब मैं 'आनंद मठ' या इसके अमर रचयिता बंकिम के बारे में कुछ नहीं जानता था, तब भी वंदे मातरम ने मुझे जकड़ लिया था, और जब मैंने इसे पहली बार गाया, तो मैं मंत्रमुग्ध हो गया। मैंने इसे अपनी शुद्धतम राष्ट्रीय भावना से जोड़ लिया..."

1938 में, पंडित नेहरू ने लिखा, "पिछले 30 वर्षों से भी अधिक समय से, यह गीत सीधे तौर पर भारतीय राष्ट्रवाद से जुड़ा हुआ है। ऐसे 'जनता के गीत' न तो किसी के मन पर थोपे जाते हैं और न ही अपनी मर्ज़ी से। ये अपने आप ही ऊँचाई प्राप्त कर लेते हैं।"

इसलिए, एक साल पहले, 1937 में, उत्तर प्रदेश विधान सभा ने वंदे मातरम का पाठ शुरू किया, जब पुरुषोत्तम दास टंडन इसके अध्यक्ष थे। उसी वर्ष, पंडित नेहरू, मौलाना आज़ाद, सुभाष चंद्र बोस, रवींद्रनाथ टैगोर और आचार्य नरेंद्र देव के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने औपचारिक रूप से वंदे मातरम को राष्ट्रीय गीत के रूप में मान्यता दी, जिससे भारत की विविधता में एकता के प्रतीक के रूप में इसकी स्थिति की पुष्टि हुई।

हालाँकि, यह बेहद विडंबनापूर्ण है कि जो लोग आज राष्ट्रवाद के स्वयंभू संरक्षक होने का दावा करते हैं - आरएसएस और भाजपा - उन्होंने अपनी शाखाओं या कार्यालयों में कभी वंदे मातरम या हमारा राष्ट्रगान जन गण मन नहीं गाया। इसके बजाय, वे नमस्ते सदा वत्सले गाते रहते हैं, जो राष्ट्र का नहीं, बल्कि उनके संगठनों का महिमामंडन करने वाला गीत है। 1925 में अपनी स्थापना के बाद से, आरएसएस ने अपनी सार्वभौमिक श्रद्धा के बावजूद, वंदे मातरम से परहेज किया है। इसके ग्रंथों या साहित्य में एक बार भी इस गीत का उल्लेख नहीं मिलता।

यह सर्वविदित तथ्य है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और संघ परिवार ने राष्ट्रीय आंदोलन में भारतीयों के विरुद्ध अंग्रेजों का साथ दिया, 52 वर्षों तक राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया, भारत के संविधान का दुरुपयोग किया, बापू और बाबासाहेब आंबेडकर के पुतले जलाए और सरदार पटेल के शब्दों में, गांधीजी की हत्या में शामिल रहे।

दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी वंदे मातरम और जन गण मन, दोनों पर अत्यधिक गर्व करती है। दोनों गीत कांग्रेस की प्रत्येक सभा और आयोजन में श्रद्धा के साथ गाए जाते हैं, जो भारत की एकता और गौरव का प्रतीक हैं।

1896 से लेकर आज तक, कांग्रेस की हर बैठक, चाहे वह बड़ी हो या छोटी, चाहे वह पूर्ण अधिवेशन हो या प्रखंड स्तरीय बैठक, हमने भारत के लोगों को श्रद्धांजलि स्वरूप गर्व और देशभक्ति के साथ वंदे मातरम गाया है।

कांग्रेस पार्टी अपनी मातृभूमि के शाश्वत गीत, हमारी एकता के आह्वान और भारत की अमर आत्मा की आवाज, वंदे मातरम में अपने अटूट विश्वास की पुष्टि करती है।

🇮🇳वंदे मातरम् 🇮🇳"

2025-11-07 07:46 GMT

हार रहे हैं सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा- राजीव शुक्ला का दावा

कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने दावा किया है कि बिहार के दोने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा समेत 15 में से 12 मंत्री चुनाव हार रहे हैं। राजीव शुक्ला ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा-

"बिहार में कल प्रथम चरण का चुनाव पूरा हुआ है। हमारी सर्वे रिपोर्ट के हिसाब से👇

⦁ राज्य में इस बार वोटिंग ज्यादा हुई है और जब मतदान ज्यादा होता है, तो वह हमेशा सत्ता परिवर्तन के लिए होता है

⦁ सरकार के 15 में से 12 मंत्री हार रहे हैं, जिनमें 2 उप मुख्यमंत्री भी शामिल हैं

⦁ इस बार हुई ज्यादा वोटिंग से साफ है कि NDA की सरकार जाने वाली है

इसके अलावा, जब गृहमंत्री अमित शाह से पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार जी को मुख्यमंत्री बनाएंगे, तब उन्होंने कहा कि यह विधायक तय करेंगे। फिर यही बात- ललन सिंह ने भी कह दी कि जो अमित शाह जी कह रहे हैं, वह सही है।

इससे साफ हो गया कि BJP के लोग लोग नीतीश कुमार को धोखा दे रहे हैं, जिस तरह से इन्होंने महाराष्ट्र में किया, वही बिहार में करेंगे।"

2025-11-07 05:18 GMT

वरिष्ठ अभिनेत्री और गायिका सुलक्षणा पंडित का 6 नवंबर को निधन हो गया।

सुलक्षणा पंडित के भाई और संगीतकार ललित पंडित ने कहा, "हमें अत्यंत दुःख के साथ अपनी प्यारी बहन सुलक्षणा पंडित के निधन की दुखद खबर बतानी पड़ रही है, जिनका 6 नवंबर 2025 को स्वर्गवास हो गया। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार, 7 नवंबर 2025 को दोपहर 1:00 बजे पवन हंस श्मशान घाट, विले पार्ले, मुंबई में किया जाएगा।"

12 जुलाई, 1954 को जन्मी सुलक्षणा संगीत-परिवार से संबंध रखती थीं। महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज उनके चाचा थे।

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