प्रियंका गांधी का आरोप: वायनाड त्रासदी पर केंद्र सरकार की राहत ‘न्यायसंगत नहीं’
वायनाड भूस्खलन के बाद राहत राशि पर विवाद
- प्रियंका गांधी का केंद्र सरकार पर निशाना
- पीड़ितों की उम्मीदें और हताशा
- राहत और पुनर्वास में राजनीति की भूमिका
केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केरल भूस्खलन पीड़ितों को दी गई राहत राशि पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। सोशल मीडिया एक्स पर साझा संदेश में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ₹2221 करोड़ की मदद मांगी थी, लेकिन केंद्र ने केवल ₹260 करोड़ स्वीकृत किए, जो वास्तविक ज़रूरत का एक छोटा हिस्सा है। प्रियंका गांधी का कहना है कि वायनाड के लोग न्याय, समर्थन और सम्मान के हकदार हैं, लेकिन उन्हें उपेक्षा का सामना करना पड़ा है।
प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा-
"वायनाड के लोगों ने एक विनाशकारी त्रासदी का सामना किया जिसके लिए करुणा, निष्पक्षता और तत्काल राहत की आवश्यकता थी। केरल ने भूस्खलन के बाद जीवन पुनर्निर्माण के लिए ₹2221 करोड़ का अनुरोध किया, लेकिन केंद्र सरकार ने केवल ₹260 करोड़ स्वीकृत किए - जो ज़रूरत का एक छोटा सा अंश है।
वायनाड के लोग, जिन्होंने अपने घर, आजीविका और प्रियजनों को खो दिया था, विशेष रूप से प्रधानमंत्री के दौरे के बाद, सार्थक सहायता की उम्मीद कर रहे थे। इसके बजाय उन्हें उपेक्षा ही मिली।
राहत और पुनर्वास को राजनीति से ऊपर उठना होगा। मानवीय पीड़ा को राजनीतिक अवसर नहीं माना जा सकता, और वायनाड के लोग न्याय, समर्थन और सम्मान से कम किसी चीज़ के हकदार नहीं हैं।"