बीजेपी नेता ने कहा- 'मैं शिवसेना का बाप हूं!' शिंदे गुट भड़का 12 घंटे में माफ़ी मांगो वरना...
BJP नेता परिणय फुके द्वारा खुद को 'शिवसेना का बाप' बताए जाने पर शिंदे गुट भड़क गया है। शिंदे शिवसेना ने 12 घंटे में माफ़ी की मांग की है। जानिए इस विवाद पर फडणवीस और अन्य नेताओं की क्या प्रतिक्रिया रही।;
परिणय फुके एकनाथ शिंदे देवेन्द्र फडनवीस
महाराष्ट्र में महायुति में दरार?
बीजेपी एमएलसी का बेतुका बयान. शिंदे गुट भड़का
पढ़िए ये पूरी रिपोर्ट, विस्तार से और जानिए पूरा मामला, शिंदे गुट की प्रतिक्रिया, फडणवीस ने कैसे किया बचाव और कैसे बढ़ रहीं बीजेपी की अंदरूनी मुश्किलें..
नई दिल्ली, 5 अगस्त 2025 - क्या अब बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्ते में और खटास आने वाली है? क्या महाराष्ट्र में महायुति टूट जाएगा ? दरअसल बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेताओं की तरफ से रोज़ कुछ न कुछ ऐसी बयानबाजी होती है कि लगता है महायुति टूट जाएगा। ताजा मामला बीजेपी के एमएलसी परिणय फुके का है, जिनके एक बयान पर शिंदे गुट भड़क गया। शिवसेना (शिंदे गुट) ने बीजेपी एमएलसी को 12 घंटे में माफ़ी मांगने की चेतावनी दी है।
महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। महायुति के सहयोगी दलों के बीच फिर से टकराव की खबरें सामने आ रही हैं। इस बार विवाद का कारण बना है बीजेपी के एमएलसी परिणय फुके का एक बयान, जिसमें उन्होंने खुद को 'शिवसेना का बाप' कह दिया।
भाजपा के एमएलसी परिणय फुके के "शिवसेना के पिता" वाले बयान से शिंदे गुट भड़क उठा है और उन्होंने 12 घंटे के अंदर माफ़ी मांगने की मांग की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फुके ने यह टिप्पणी भंडारा जिले में सोमवार को एक पार्टी समारोह में की थी, जहाँ वे भंडारा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के चुनावों पर बोल रहे थे। शिवसेना ने चुनाव में अपनी हार के लिए भाजपा नेता को जिम्मेदार ठहराया था।
बताया जाता है कि फुके ने मराठी में कहा, "जब कोई छात्र अच्छा प्रदर्शन करता है, तो श्रेय उसकी माँ या उसे जाता है। लेकिन जब वह अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो दोष पिता पर होता है... मुझे समझ आया है कि मैं शिवसेना का पिता हूँ।"
फुके के बयान ने महायुति में तूफान ला दिया है। शिंदे गुट की शिवसेना ने फुके से माफी मांगने की मांग की है। शिवसेना नेता संजय कुंभलकर ने कहा, "हम भाजपा के परिणय फुके के ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयानों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और उन्हें बारह घंटे के भीतर माफी मांगनी चाहिए। नहीं तो हमें शिवसेना शैली में जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।"
एक वरिष्ठ शिंदे सेना मंत्री ने कहा, "शिवसेना के केवल एक पिता हैं, बाल ठाकरे। कोई भी उनकी जगह नहीं ले सकता। और निश्चित रूप से फुके नहीं। इसलिए, भाजपा नेतृत्व को अपने ऐसे सदस्यों को फटकार लगानी चाहिए जो ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान देते हैं और सेना की भावनाओं को आहत करते हैं।"
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि फुके की टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है और गलत समझा जा रहा है। फडणवीस ने मुंबई में मीडियाकर्मियों से कहा, "फुके की टिप्पणी को सही संदर्भ में देखा जाना चाहिए। उनका ऐसा मतलब नहीं था।"
यह कुछ ही दिनों में विवादों में घिरने वाले भाजपा विधायक का दूसरा मामला है। रविवार को एक वीडियो सामने आया था जिसमें भाजपा की राज्य मंत्री मेघना बोर्डिकर एक ग्राम सेवक को थप्पड़ मारने की धमकी देती हुई दिख रही हैं। बोर्डिकर ने अपने कार्यों की व्याख्या करते हुए कहा कि उन्होंने एक समारोह में अपनी नाराजगी व्यक्त की जहाँ जिला परिषद के अधिकारी मौजूद थे। एक विशेष ग्राम सेवक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा गरीब लोगों के लिए लागू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक नहीं पहुँचा रहा था और बाधाएँ पैदा कर रहा था। उन्होंने कहा कि महिला मजदूरों ने ग्राम सेवक द्वारा उत्पीड़न की शिकायत की थी, जिससे वह गुस्से में आ गईं।
कौन हैं परिणय फुके ?
परिणय फुके जिन्हें परिणय रमेश फुके के नाम से भी जाना जाता है, भंडारा-गोंदिया स्थानीय प्राधिकरण से महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य हैं, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं और भंडारा-गोंदिया निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के सदस्य के रूप में चुने गए हैं। फुके बीजेपी में विदर्भ से ओबीसी समाज का चेहरा हैं। 44 वर्षीय फुके लगातार विवादों में रहते हैं। परिणय फुके के भाई की पत्नी प्रिया फुके ने हाल ही में उन पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने के कई गंभीर आरोप लगाये थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रिया फुके ने भाजपा विधायक परिणय फुके और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई थी। प्रिया ने आरोप लगाया था कि पति की मौत के बाद संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है और उसे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
प्रिया फुके ने अपने बच्चों को साथ लेकर विधानभवन के बाहर सरकार और पुलिस के खिलाफ आंसू बहाते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुझे सत्ता के दम पर धमकाया जा रहा है। घर से निकाल दिया गया है।
तो क्या महायुति में खटास बढ़ती जा रही है? क्या बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) के रिश्ते अब भी वैसे ही मज़बूत हैं? या राजनीतिक समीकरण बदलने लगे हैं? क्या महाराष्ट्र सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं ?