संसद के पास लगी आग! सांसद बोले – "दिल्ली जल रही है और सरकार सो रही है" | Saket Gokhale vs BJP | Brahmaputra Fire

संसद से 100 मीटर दूर लगी आग… 25 मिनट बाद पहुँची फायर ब्रिगेड! दिल्ली की लाचारी उजागर;

By :  Hastakshep
Update: 2025-10-20 01:30 GMT

संसद से महज़ 100 मीटर की दूरी पर लगी भीषण आग...

  • सांसदों के सरकारी आवास ‘ब्रह्मपुत्र बिल्डिंग’ में धुआँ और चीखें...
  • तीन फायर स्टेशन पास में, फिर भी दमकल नहीं पहुँची!
  • तृणमूल सांसद साकेत गोखले बोले — ‘दिल्ली की हालत देखकर शर्म आती है।’
  • क्या वाक़ई राजधानी की आपात सेवाएँ अब राजनीति की भेंट चढ़ गई हैं?
  • सांसद आवास में भीषण आग! दमकल ने फोन नहीं उठाया | साकेत गोखले का मोदी सरकार पर हमला

संसद से 100 मीटर दूर लगी आग… 25 मिनट बाद पहुँची फायर ब्रिगेड! दिल्ली की लाचारी उजागर

नई दिल्ली, 19 अक्तूबर 2025. तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले ने एक्स पर लिखा-

"दिल्ली सरकार की दयनीय हालत

कल हमारी ब्रह्मपुत्र बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। यह संसद से सिर्फ़ 100 मीटर की दूरी पर स्थित राज्यसभा सांसदों का आधिकारिक आवास है।

भाजपा सरकार के राज में दिल्ली की दयनीय स्थिति का हमने प्रत्यक्ष अनुभव किया:

👉 पाँच मिनट की दूरी पर तीन दमकल केंद्र हैं। इमारत के कर्मचारियों के फ़ोन करने पर किसी ने भी जवाब नहीं दिया।

👉 फिर मैंने दोपहर 1:22 बजे खुद दमकल विभाग को फ़ोन किया। और पहली दमकल पच्चीस मिनट बाद पहुँची।

👉 इमारत के अग्निशमन सिस्टम में पानी नहीं था। फायर अलार्म खराब था। आख़िरकार, लोगों को भीषण आग के बीच से निकाला गया।

👉 एक घंटे बाद एम्बुलेंस पहुँचीं। और एक भी एम्बुलेंस में प्राथमिक उपचार किट तक नहीं थी।

👉 सांसदों के साथ-साथ, इमारत में कर्मचारियों के लिए भी आवास हैं। लगभग 8 कर्मचारियों के घर पूरी तरह जलकर खाक हो गए हैं। इनमें रहने वाले कर्मचारियों का सब कुछ जलकर खाक हो गया।

यह इमारत CPWD के अधीन है, जो केंद्र सरकार के अधीन है। महीनों से यहाँ बेकार पड़ी लकड़ी और रबर का ढेर पड़ा था। सांसदों की शिकायत के बाद भी इसे कभी नहीं हटाया गया। कल उस ढेर में आग लग गई और लपटें सातवीं मंजिल तक पहुँच गईं।

अगर सांसदों के सरकारी आवासों का यह हाल है, तो सोचिए दिल्ली में आपातकालीन सेवाओं की क्या स्थिति होगी।

अगर संसद के पास लगी आग पर काबू पाने में दमकल को 25 मिनट लगते हैं, तो सोचिए दिल्ली के बाकी हिस्सों का क्या हाल होगा?

मोदी सरकार में, CPWD के अधिकारियों ने इसे भ्रष्टाचार की फैक्ट्री बना दिया है। यह विभाग सिर्फ़ "टेंडर" के ज़रिए नौकरशाहों के लिए पैसा और कमीशन कमाने के लिए काम करता है।

स्थानीय भाजपा विधायक और मंत्री प्रवेश साहिब सिंह कहीं और व्यस्त थे। चुनावों के दौरान वे पैसे बाँटने में पूरी तरह सक्रिय थे। और अब, वे गायब हो गए हैं।

इस साल दिवाली नहीं है। इमारत को खाली कराकर सील कर दिया गया है। और बेचारे कर्मचारियों ने सब कुछ खो दिया है।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को अपनी सरकार की इस दयनीय स्थिति के लिए जवाब देना होगा।"

साकेत गोखले के इस ट्वीट को रिपोस्ट करते हुए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने लिखा- "आप मरते भी रहिए BJP सरकार आपको सुनने की तकलीफ़ नहीं उठायेगी। BJP ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया।"

बाद में संजय सिंह ने एक अन्य पोस्ट में कुछ चित्र और वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा-

"संसद से 100 मीटर की दूरी पर सांसदों के आवास ब्रह्मपुत्र बिल्डिंग में आग लगी, स्टाफ क्वार्टर जलकर ख़ाक हो गए। आग बुझाने वाली सारी मशीनें खराब पड़ी थी, 5 मिनट की दूरी पर स्थित 3 फायर स्टेशन से फायर ब्रिगेड की गाड़िया 40 मिनट तक नहीं पहुंची। भाजपा राज में निकम्मापन चरम पर है।"

दिल्ली की ब्रह्मपुत्र बिल्डिंग में लगी आग ने सिर्फ़ एक इमारत नहीं, बल्कि शासन और जवाबदेही की पोल खोल दी है।

क्या राजधानी में राहत व्यवस्था भी अब ‘जुगाड़’ पर चल रही है? आप क्या सोचते हैं — ये सिर्फ़ एक हादसा है या सिस्टम की साज़िश?

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