PM मोदी का राष्ट्र को संबोधन: नवरात्रि पर अगली पीढ़ी के GST सुधारों की घोषणा
22 सितंबर से लागू होंगे नए GST सुधार, रोज़मर्रा की चीज़ें होंगी सस्ती: पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए देशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का ऐलान किया। मोदी ने कहा कि 22 सितंबर 2025, नवरात्रि के पहले दिन, सूर्योदय से ही अगली पीढ़ी के GST सुधार लागू हो जाएंगे, जिससे गरीब, मध्यम वर्ग, किसान, महिलाएं, व्यापारी और युवा वर्ग को सीधा लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि अब केवल 5% और 18% GST स्लैब रहेंगे, जिससे रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होंगी और देश के आर्थिक ढांचे को गति मिलेगी। उन्होंने 2014 से पहले की टैक्स प्रणाली की जटिलताओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि अब "एक राष्ट्र, एक कर" का सपना और भी सरल और प्रभावी रूप ले चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "शक्ति की उपासना का पर्व नवरात्रि कल से शुरू हो रहा है, आप सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं। नवरात्रि के पहले दिन से, देश आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। कल, नवरात्रि के पहले दिन, 22 सितंबर को सूर्योदय के साथ ही अगली पीढ़ी के GST सुधार लागू हो जाएंगे... यह GST बचत उत्सव आपकी बचत को बढ़ाएगा और आप अपनी मनचाही चीज़ें ज़्यादा आसानी से खरीद पाएंगे। इस बचत उत्सव से देश के गरीब, मध्यम वर्ग, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार, व्यापारी, सभी को बहुत लाभ होगा..."
नरेंद्र मोदी कहते हैं, "मुझे याद है, 2014 में जब देश ने मुझे प्रधानमंत्री की ज़िम्मेदारी सौंपी, तो शुरुआती दिनों में एक विदेशी अखबार में एक दिलचस्प घटना छपी थी। उसमें एक कंपनी की मुश्किलों के बारे में बताया गया था। कंपनी ने कहा था कि अगर उसे अपना सामान 570 km दूर बेंगलुरु से हैदराबाद भेजना है, तो यह इतना मुश्किल है कि वे सोचते हैं कि कंपनी पहले बेंगलुरु से सामान यूरोप भेजे और फिर वहीं से हैदराबाद भेजे। दोस्तों, उस समय टैक्स और टोल की जटिलताओं के कारण यही स्थिति थी... उस समय, लाखों कंपनियां और लाखों देशवासी, अलग-अलग टैक्स की उलझन के कारण रोज़ाना समस्याओं का सामना करते थे। एक शहर से दूसरे शहर सामान ले जाने में बढ़ा हुआ खर्च गरीबों को उठाना पड़ता था और आपसे भी ज़्यादा पैसे लिए जाते थे। देश को इस स्थिति से बाहर निकालना ज़रूरी था।"
मोदी ने कहा, "...जब आपने 2014 में हमें अवसर दिया, तो हमने जनहित और राष्ट्रहित में GST को अपनी प्राथमिकता बनाया... सबको साथ लेकर, आज़ाद भारत का सबसे बड़ा कर सुधार लागू किया गया। केंद्र और राज्य के प्रयासों का ही परिणाम था कि देश दर्जनों करों के जाल से मुक्त हुआ... एक राष्ट्र, एक कर का सपना साकार हुआ... सुधार एक सतत प्रक्रिया है। जब समय बदलता है, जब देश की ज़रूरतें बदलती हैं, तो अगली पीढ़ी के सुधार भी उतने ही महत्वपूर्ण हो जाते हैं... इसीलिए ये नए GST सुधार लागू किए जा रहे हैं... अब केवल 5% और 18% के स्लैब होंगे, यानी रोज़मर्रा की चीज़ें सस्ती हो जाएंगी..."

