डॉ कविता अरोरा के विषय में जानकारी डॉ. कविता अरोरा बरेली की एक समाज-केंद्रित साहित्यकार और शैक्षिक नेता हैं। उन्होंने सांस्कृतिक पुल बनाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है, इसके चलते उन्हें कथित धार्मिक उन्माद से जुड़ी धमकियाँ मिलीं। उनकी पत्रकारिता, साहित्य और सामाजिक सक्रियता पारंपरिक आदर्श—समाज, शिक्षा और शांति के बीच संतुलन—की ओर इंगित करती है। डॉ. कविता अरोरा उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी हैं और उस्ताद राशिद खान की अकादमी में डीन के पद पर कार्यरत हैं। साहित्य, कला और सामाजिक विषयों से जुड़ी उनकी मजबूत सक्रियता है। वे कवि, साहित्यकार और समाज-कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। अक्सर कविताओं, शायरी और संवादात्मक प्रस्तुतियों को इस्तेमाल करते हुए सामाजिक संदेश देती हैं। सितंबर 2022 में उन्हें फोन पर धमकी मिली, जिसमें कहा गया कि अगर वे मुस्लिम समुदाय के साथ काम करना जारी रखेंगी, तो उन पर एसिड अटैक किया जाएगा और घर में आग लगा दी जाएगी। डॉ. अरोरा की पत्रकारिता तथ्यों पर आधारित, जनपक्षधर और संवेदनशील है। वे सामाजिकता, शिक्षा, धार्मिक सौहार्द और सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देती हैं। उनकी सक्रिय समाज-कल्याणात्मक भूमिका ने उन्हें बरेली जैसे पूर्वी उत्तर प्रदेश में जनजागरण की एक आवाज बना दिया है।