राहुल गांधी को मिली मौत की धमकी: क्या साज़िश है?

  • कांग्रेस ने भाजपा से माफ़ी और कड़ी कार्रवाई की मांग की
  • लोकतंत्र और संविधान पर हमला : कांग्रेस का आरोप
  • क्या भाजपा सामान्य बना रही है राजनीतिक हिंसा?

देश राहुल गांधी के साथ खड़ा : कांग्रेस का ऐलान

लाइव टीवी पर राहुल गांधी को भाजपा प्रवक्ता की मौत की धमकी। कांग्रेस ने कड़ी निंदा कर कार्रवाई व भाजपा नेतृत्व से माफी की मांग की...

नई दिल्ली, 29 सितंबर 2025. लाइव टीवी डिबेट में भाजपा प्रवक्ता पिंटू महादेव द्वारा विपक्ष के नेता राहुल गांधी को दी गई मौत की धमकी ने देश की राजनीति में तूफ़ान ला दिया है। कांग्रेस ने इसे संविधान और लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया है और भाजपा नेतृत्व से तत्काल कार्रवाई व सार्वजनिक माफी की मांग की है। पार्टी ने कहा है कि बीजेपी ने सारी हदें पार कर दीं!

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गृह मंत्री अमितशाह को एक कड़ा पत्र लिखा है।

के.सी. वेणुगोपाल, जो कि सांसद (लोकसभा) और लोक लेखा समिति के अध्यक्ष हैं, ने 28 सितंबर, 2025 को अमित शाह को एक पत्र लिखा है। इस पत्र का विषय राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा प्रवक्ता प्रिंटू महादेव द्वारा दी गई जान से मारने की धमकी के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग है।

पत्र में बताया गया है कि प्रिंटू महादेव ने न्यूज़18 केरल पर एक टेलीविज़न बहस के दौरान खुले तौर पर कहा कि "राहुल गांधी को सीने में गोली मार दी जाएगी।"

वेणुगोपाल का कहना है कि यह कोई जुबान फिसलना या लापरवाही से की गई अतिशयोक्ति नहीं है, बल्कि यह विपक्ष के नेता के खिलाफ एक सोची-समझी और भयावह जान से मारने की धमकी है।

पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), जिसे राहुल गांधी की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है, ने उनकी सुरक्षा को लेकर कई बार पत्र लिखे हैं। एक ऐसा ही पत्र कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित था, जो रहस्यमय परिस्थितियों में मीडिया में लीक हो गया था।

वेणुगोपाल का मानना है कि भाजपा प्रवक्ता द्वारा ऐसी धमकी देना एक बड़े, भयावह षड्यंत्र का संकेत देता है।

इसके अतिरिक्त, पत्र में कहा गया है कि भाजपा से जुड़े या समर्थित विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के माध्यम से राहुल गांधी के खिलाफ जान से मारने की धमकियां और हिंसा के आह्वान के कई उदाहरण सामने आए हैं।

वेणुगोपाल ने अमित शाह से यह स्पष्ट करने की मांग की है कि उनकी पार्टी और सरकार किस बात का समर्थन करती है।

वेणुगोपाल ने जोर दिया है कि राहुल गांधी के जीवन को तत्काल खतरा है और यह धमकी केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं है, बल्कि उस लोकतांत्रिक भावना पर हमला है जिसका वे प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने अमित शाह से इस मामले में त्वरित, निर्णायक और सार्वजनिक रूप से कार्रवाई करने का आग्रह किया है, अन्यथा इसे विपक्ष के नेता के खिलाफ हिंसा को वैध बनाने और सामान्य बनाने की मिलीभगत माना जाएगा। राष्ट्र तत्काल, अनुकरणीय कानूनी कार्रवाई की मांग करता है ताकि न्याय त्वरित, दृश्यमान और गंभीर हो।

कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर वेणुगोपाल का पत्र पोस्ट करते हुए लिखा-

“बीजेपी ने सारी हदें पार कर दीं!

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री राहुल गांधी को लाइव टीवी पर बीजेपी के प्रवक्ता पिंटू महादेव द्वारा दी गई जान से मारने की धमकी की कड़ी निंदा करती है।

यह कोई अचानक कही गई बात या अतिशयोक्ति नहीं है। यह एक ऐसे नेता को जान से मारने की ठण्डी और सोची-समझी धमकी है जो न्याय की लड़ाई में हर भारतीय के साथ खड़ा है।

यह कानून के शासन, संविधान पर, जो हर नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है, और लोकतंत्र पर सीधा हमला है!

राहुल जी को अलग-अलग मौकों पर दी गई कई धमकियों में यह नवीनतम धमकी बीजेपी के इरादों पर गंभीर सवाल खड़े करती है:

❓क्या यह लोगों के नेता, राहुल गांधी जी के खिलाफ कोई बड़ी, खतरनाक साजिश है?

❓क्या बीजेपी गुंडागर्दी, हिंसा और जान से मारने की धमकियों की राजनीति को बढ़ावा देती है?

❓क्या बीजेपी विपक्ष के नेता, जो एक संवैधानिक पद है, और अन्य विपक्षी नेताओं के खिलाफ हिंसा को सामान्य बनाने की कोशिश कर रही है, जो उनकी गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते हैं?

कांग्रेस पार्टी और पूरा देश मांग करता है:

👉 राज्य पुलिस पिंटू महादेव के खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई करे।

👉 बीजेपी नेतृत्व इस कृत्य की स्पष्ट शब्दों में निंदा करे और जनता से माफी मांगे।

अगर बीजेपी ऐसा नहीं करती है, तो देश को यह मानने का पूरा कारण होगा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस घिनौने कृत्य में शामिल हैं।

राहुल गांधी जी की आरएसएस-बीजेपी विचारधारा के खिलाफ बेखौफ लड़ाई ने उन्हें परेशान कर दिया है। लेकिन कोई भी धमकी या हिंसा उन्हें भारत के लोगों के लिए खड़े होने और संविधान की रक्षा करने से नहीं रोक सकती।

देश किसी भी धमकी या अत्याचार के खिलाफ एकजुट है।

आप हमें जितना डराएंगे, हमारा संकल्प उतना ही मज़बूत होगा! ✊”

राहुल गांधी ने पहले भी स्पष्ट किया है कि चाहे जितनी धमकियाँ मिलें, वे संविधान और जनता के हक़ की लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे। कांग्रेस ने कहा है कि लोकतंत्र और देश की एकता पर किसी भी प्रकार की धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सवाल अब भाजपा नेतृत्व पर है कि वह इस गंभीर मामले पर क्या रुख अपनाता है।