इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस का पलटवार, पीयूष बबेले बोले – "रामलीला मैदान का भाषण सुन लें संघी"
पीयूष बबेले ने इंदिरा गांधी के 1971 युद्ध में नेतृत्व और साहस का उल्लेख करते हुए संघ समर्थकों को रामलीला मैदान के भाषण की याद दिलाई। जानिए इंदिरा गांधी ने अमेरिका और चीन को कैसे दी थी खुली चेतावनी

1971 के युद्ध पर इंदिरा गांधी का ऐतिहासिक भाषण-अमेरिका और चीन को इंदिरा गांधी की खुली चेतावनी
1971 के युद्ध पर इंदिरा गांधी का ऐतिहासिक भाषण
- अमेरिका और चीन को इंदिरा गांधी की खुली चेतावनी
- रामलीला मैदान में इंदिरा गांधी की हुंकार
- अटल बिहारी वाजपेयी ने क्यों कहा था इंदिरा को 'दुर्गा'
- संघ समर्थकों पर पीयूष बबेले का तीखा प्रहार
- राजनीतिक बयानबाज़ी में इतिहास की तोड़-मरोड़ पर कांग्रेस का पलटवार
बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में भारत की भूमिका को लेकर नई बहस
कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने इंदिरा गांधी के 1971 युद्ध में नेतृत्व और साहस का उल्लेख करते हुए संघ समर्थकों को रामलीला मैदान के भाषण की याद दिलाई। जानिए इंदिरा गांधी ने अमेरिका और चीन को कैसे दी थी खुली चेतावनी...
नई दिल्ली, 31 जुलाई 2025। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका को लेकर चल रही राजनीतिक बयानबाज़ी के बीच कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने तीखा हमला करते हुए कहा है कि “अपने ढपोरशंख नेता की नाकामी छुपाने के लिए जो संघी इंदिरा गांधी और 1971 की विजय को बदनाम कर रहे हैं, उन्हें 12 दिसंबर 1971 को रामलीला मैदान में दिया गया इंदिरा गांधी का भाषण जरूर सुनना चाहिए।”
12 दिसंबर 1971 को दिल्ली के रामलीला मैदान में दिया गया इंदिरा गांधी का भाषण का वीडियो (Video of Indira Gandhi's speech given at Ramlila Maidan, Delhi on 12 December 1971) जारी करते हुए बबेले ने कहा कि इंदिरा गांधी ने उस ऐतिहासिक भाषण में खुले शब्दों में अमेरिका और चीन दोनों को चुनौती दी थी। अमेरिका की पाकिस्तान के पक्ष में संधि और हस्तक्षेप की धमकी पर इंदिरा गांधी ने कहा था – “आपकी संधि है तो बनी रहे, भारत झुकेगा नहीं। आप यूरोप को झुका सकते हैं, भारत की आत्मा को नहीं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इंदिरा गांधी ने स्पष्ट रूप से चीन का नाम लेकर उसकी भी चेतावनी को नजरअंदाज किया और युद्ध के दौरान भी बंकर में नहीं छिपीं, बल्कि रामलीला मैदान में लाखों लोगों की उपस्थिति में शेरनी की तरह गरजीं।
बबेले ने भाजपा पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि "आज जब सत्तारूढ़ नेता अमेरिका और चीन का नाम लेने से भी कतराते हैं, तब उनके समर्थक इंदिरा गांधी जैसी साहसी नेता पर झूठी तोहमत लगा रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि इसी इंदिरा गांधी को अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘दुर्गा’ की उपाधि दी थी।
"जो लोग आज राष्ट्रवाद की नकली चादर ओढ़े घूम रहे हैं, उन्हें उस समय की परिस्थितियों और इंदिरा गांधी की निर्णायक भूमिका को समझना चाहिए।" – बबेले ने अपनी टिप्पणी में कहा।
बबेले की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कई इतिहासकारों द्वारा भी इसका समर्थन किया गया है।


