सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि पुलिस खुद को बचाने के लिए निर्दोषों को फंसाएगी, व्यवस्थागत पूर्वाग्रह पर सवाल उठाए

नई दिल्ली, 11 नवंबर 2025। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू (Former Supreme Court judge Justice Markandey Katju) ने हाल ही में हुए दिल्ली बम धमाकों से निपटने के तरीके को लेकर भारतीय पुलिस की कड़ी आलोचना की है। इन धमाकों में कई लोगों की जान चली गई थी। जस्टिस काटजू ने आरोप लगाया कि पुलिस असली दोषियों को पकड़ने में असमर्थ है और अपनी नाकामी के लिए निलंबन से बचने के लिए, वह निर्दोष लोगों, खासकर मुसलमानों को गिरफ्तार करके उन पर आरोप लगाएगी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलेगा।

उन्होंने एक बयान में कहा, "अक्षम भारतीय पुलिस हाल ही में हुए दिल्ली बम धमाकों, जिनमें कई लोग मारे गए थे, के असली दोषियों का पता कभी नहीं लगा पाएगी।

लेकिन अगर किसी को दोषी नहीं ठहराया जाता है, तो पुलिसकर्मियों को उनकी अक्षमता के लिए निलंबित कर दिया जाएगा। इसलिए अपनी जान बचाने के लिए, उन्हें कुछ लोगों को फंसाना होगा, गिरफ्तार करना होगा और कुछ लोगों पर आरोपपत्र दायर करना होगा।

और कुछ मुसलमानों से बेहतर कौन फंस सकता है? आखिर, क्या सभी मुसलमान आतंकवादी नहीं हैं?"

उनकी तीखी टिप्पणियों ने एक बार फिर भारत की कानून प्रवर्तन प्रणाली में पक्षपात और जवाबदेही पर बहस छेड़ दी है।