कांग्रेस का आरोप: 10 लाख पेड़ और 1,050 एकड़ जमीन 1 रुपये सालाना में अडानी को दी गई
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बिहार के भागलपुर में 10 लाख पेड़ और 1,050 एकड़ जमीन मात्र 1 रुपये सालाना पर गौतम अडानी को पावर प्लांट के लिए दी गई। उन्होंने किसानों पर दबाव और बिजली दरों में भेदभाव का भी जिक्र भी किया...
कांग्रेस का बड़ा आरोप : चुनाव से पहले अडानी को प्रोजेक्ट देने का आरोप
- नई दिल्ली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस प्रवक्ता का बड़ा बयान
- भागलपुर में 10 लाख पेड़ और 1,050 एकड़ जमीन पर पावर प्लांट का आरोप
- ग्रामीणों को नजरबंद कर मोदी की बिहार यात्रा पर निशाना
- चुनाव से पहले अडानी को प्रोजेक्ट देने का आरोप
- ‘एक पेड़, मां के नाम’ अभियान पर कांग्रेस की तीखी टिप्पणी
- किसानों से जबरन जमीन लेने और सस्ती दर पर बिजली बेचने का मुद्दा
"बिहार को बीमारू राज्य बना दिया गया" – पवन खेड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया है कि बिहार के भागलपुर में 10 लाख पेड़ और 1,050 एकड़ जमीन मात्र 1 रुपये सालाना पर गौतम अडानी को पावर प्लांट के लिए दी गई। उन्होंने किसानों पर दबाव और बिजली दरों में भेदभाव का भी जिक्र भी किया...
नई दिल्ली, 15 सितंबर 2025. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोमवार को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिहार के भागलपुर जिले में पीरपैंती के 10 लाख पेड़ और 1,050 एकड़ जमीन गौतम अडानी को पावर प्लांट लगाने के लिए मात्र 1 रुपये सालाना किराए पर 33 साल के लिए दी गई है।
पवन खेड़ा ने प्रेस कान्फेंस में गंभीर आरोप लगाते हुए कहा-
बिहार में भागलपुर के पीरपैंती में 10 लाख पेड़, 1,050 एकड़ जमीन 'राष्ट्र सेठ' गौतम अडानी को पावर प्लांट लगाने के लिए 1 रुपए प्रतिवर्ष पर 33 साल के लिए दे दी गई। जब आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार जा रहे हैं, तब वहां के ग्रामीणों को नजरबंद कर दिया गया, ताकि वह धरना न दे सकें।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जब चुनाव हुए तो उससे पहले पावर प्लांट का प्रोजेक्ट और धारावी गौतम अडानी को दे दिया। इसी तरह, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव से पहले गौतम अडानी को प्रोजेक्ट दिए गए।
पवन खेड़ा ने कहा कि ये बहुत लंबी लिस्ट है और जब BJP को लगता है कि हम चुनाव हार जाएंगे तो उससे पहले गौतम अडानी को सौगात दे जाती है। उन्होंने कहा कि 'एक पेड़, मां के नाम' जैसा अभियान चलाती है। फिर उसी जमीन को- जिसे किसान मां के समान मानता है- उसकी कीमत 1 रुपए लगाती है।
पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि किसानों को धमकाकर, जबरदस्ती पेंसिल से दस्तखत कराए गए और उनकी जमीन ली गई। फिर इसी प्लांट से निकली बिजली बिहार के लोगों को 6.75 रुपए/यूनिट के दर से बेची जाएगी, जबकि महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लिए ये दर 3 से 4 रुपए है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी अपने दोस्त के लिए बिहार को कुछ इसी तरह से लूट रहे हैं और यही सब करके बिहार को 'बीमारू राज्य' बना दिया गया। बिहार से सरकार जमीन छीन रही है, कोयला ले रही है, पेड़ काट रही है और उन्हीं लोगों को 6.75 रुपए में बिजली बेच रही है- आखिर ये कहां का न्याय है?
पवन खेड़ा के इन आरोपों ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। बिहार में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के बीच कांग्रेस ने जमीन, जंगल और किसानों के मुद्दे को केंद्र सरकार पर हमला करने का बड़ा हथियार बना लिया है। अब देखना होगा कि सरकार और बीजेपी इन आरोपों का क्या जवाब देती है।
Pawan Khera's allegation: 10 lakh trees and 1,050 acres of land were given to Adani for Rs 1 per year"


