डॉ राम पुनियानी के विषय में जानकारी डॉ. राम पुनियानी भारतीय पत्रकारिता और सामाजिक विमर्श में वैज्ञानिक व विचारशील आवाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके लेखन में तथ्यों का संतुलन, संवेदनशीलता, और संविधान की मूलभूत भावना की रक्षा दिखाई देती है। उनके प्रयास भारतीय लोकतंत्र में “समानता, विविधता और मानवाधिकार” की विचारधारा को स्थायीत्व प्रदान करने का परंपरागत दृष्टिकोण दिखाते हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक, शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. राम पुनियानी (Dr. Ram Puniyani) का जन्म 25 अगस्त 1945 को हुआ। वे मेडिकल डॉक्टर (MBBS, MD) हैं और 1977 से 2004 तक IIT बॉम्बे में वरिष्ठ मेडिकल अधिकारी व बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर रहे। 2004 में उन्होंने आस्थायी सेवानिवृत्ति ली ताकि वे प्रचार-प्रसार के बिना धर्मनिरपेक्षता, मानवाधिकार और सांप्रदायिक सद्भाव जैसे सामाजिक मुद्दों पर शोध एवं सक्रियता को समर्पित कर सकें। डॉ. पुनियानी Centre for Study of Society and Secularism (CSSS), मुंबई के कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष रहे हैं, साथ ही Muslim Mirror के सलाहकार बोर्ड में भी शामिल हैं। उन्होंने कई Indian People's Tribunal में भाग लेकर ओडिशा और मध्य प्रदेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन की जांच की। वे नियमित रूप से कार्यशालाएँ आयोजित करते हैं—जिहाद, मानवाधिकार, यूनिफॉर्म सिविल कोड, भारत विभाजन, कश्मीर के मसलों पर लैंगिक राजनीति पृष्ठभूमि में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास। डॉ. पुनियानी ने Communal Politics: Facts Versus Myths, Religion, Power and Violence, Fascism of Sangh Parivar, Communalism Explained आदि सहित कई पुस्तकें लिखी या संपादित की हैं, जो साम्प्रदायिकता, सांप्रदायिक राजनीति और हिंदुत्व की आलोचना पर आधारित हैं। उन्हें 2002 में Maharashtra Foundation Award (US), 2007 में National Communal Harmony Award, और 2015 में NCHRO’s Mukundan C. Menon Award जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले।